सूरत (गुजरात) में संचारबंदी के समय बाहर घूमनेवाले स्वास्थ्यमंत्री के लडके के मित्रों को रोकने पर महिला पुलिसकर्मी का स्थानांतरण
- ‘मैं तुम्हें इसी स्थान पर एक वर्षतक खडे रहने के लिए बाध्य कर सकता हूं’, इन शब्दों में मंत्री के लडके ने महिला पुलिसकर्मी को दी धमकी !
- मंत्री का लडका और उसके मित्र गिरफ्तार और उसके पश्चात प्रतिभूति पर छोडे गए
सत्ताधारियों के परिवारजनों में भी सत्ता का कितना उन्माद होता है, यह ध्यान में आता है ! ऐसे लोगों के विरुद्ध तीव्रगति न्यायालय में अभियोग चलाकर उन्हें कठोर दंड देना आवश्यक !
सूरत (गुजरात) – यहां कोरोना के कारण संचारबंदी लागू होते हुए भी घूमनेवाले लडकों को पकडने पर पुलिसकर्मियों के साथ विवाद करनेवाले स्वास्थ्यमंत्री के लडके के विरुद्ध एक महिला सिपाही ने कार्यवाही की । उसके कारण उसका स्थानांतरण किए जाने की घटना यहां हुई है । सामाजिक माध्यमों से इस घटना का वीडियो प्रसारित होने के पश्चात गुजरात की भाजपा सरकार की बहुत आलोचना हुई; इसलिए अब इस प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं ।
सौजन्य : ए बी पी न्यूज
१. यातायात बंदी लागू होते हुए भी स्वास्थ्यमंत्री कुमार कनानी के लडके प्रकाश के मित्र घूम रहे थे । उस समय महिला पुलिस सिपाही सुनीता यादव ने उन्हें रोका । उसके उपरांत उन्होंने दूरभाष कर प्रकाश को घटनास्थल पर बुला लिया ।
२. प्रकाश जब वहां चारपहिया वाहन लेकर पहुंचा, तब उसने सुनीता यादव के साथ विवाद किया । उसने सुनीता को ‘मैं एक वर्षतक तुम्हें यहीं खडा रहने के लिए बाध्य कर सकता हूं’ इन शब्दों में धमकाया । उस पर सुनीता यादव ने भी प्रकाश को ‘मैं आपकी गुलाम नहीं हूं’, ऐसा स्पष्ट उत्तर दिया ।
३. यह विवाद सामने आने के पश्चात सुनीता यादव का स्थानांतरण पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया है । प्रकाश और उसके मित्रों को गिरफ्तार किया गया था; परंतु उसके पश्चात उन्हें प्रतिभूति पर छोडा गया ।
४. इस घटना के उपरांत सुनीता यादव छुट्टी पर गई हैं और उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है ।