कांगडा (हिमाचल प्रदेश) में धर्मांधों द्वारा मंदिर में तोडफोड
- हिन्दुबहुसंख्यक हिमाचल प्रदेश में अल्पसंख्यक धर्मांधों की चल रही यह दादागिरी देखी जाए, तो पाकिस्तान, बांग्ला देश आदि इस्लाम बहुसंख्यक देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुआें की क्या स्थिति होगी, यह बात ध्यान में आती है !
- इस घटना के संदर्भ में किसी भी राष्ट्रीय प्रसारमाध्यम ने अभीतक कोई समाचार नहीं दिया है; किंतु अल्पसंख्यकों के किसी प्रार्थनास्थल पर किसी ने अज्ञानवश एक कंकड भी फेंका होता अथवा यदि ऐसी अफवाह भी फैली होती, तो सभी प्रसारमाध्यम उसे शीर्ष समाचार बनाकर देश में अल्पसंख्यक असुरक्षित होने का आक्रोश करते !
कांगडा (हिमाचल प्रदेश) – यहां के इंदौरा पुलिस थाने के कार्य क्षेत्र में १० जुलाई को धर्मांधों ने एक छोटे मंदिर में तोडफोड की । इसमें उन्होंने मंदिर का एक भी अवशेष शेष नहीं रखा । इसके पश्चात दोनों पक्षों की ओर से पत्थरबाजी की गई, जिससे यहां तनाव उत्पन्न होने पर पुलिस प्रशासन ने बडी संख्या में पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की है । हिन्दुआें की शिकायत के पश्चात पुलिस प्रशासन ने प्राथमिकी प्रविष्ट की है । एक सप्ताह पूर्व यहां के हिन्दुआें ने एकत्रित होकर एक छोटे मंदिर का निर्माण किया था, जिसका अल्पसंख्यकों ने विरोध किया था । (यह है अल्पसंख्यकों की ‘धर्मनिरपेक्षता’ ! एक ओर धर्मांध इस प्रकार हिन्दुआें का विरोध करते हैं, तो दूसरी ओर उनकी मस्जिदों पर लगाए भोंपुआें का विरोध करने पर शिकायत करनेवाले व्यक्ति को ही धमकाया जाता है ! – संपादक) इस तनातनी के चलते ही १० जुलाई को धर्मांधों ने इस मंदिर को तोड डाला । (राज्य सरकार को इसमें संलिप्त दोषियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ! – संपादक)