भगवान श्रीकृष्ण को ‘व्यभिचारी’ और ‘उन्मत्त’ कहनेवाली अंग्रेजी समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की महिला पत्रकार सृष्टि जसवाल निलंबित
ऐसों को केवल निलंबित नहीं, अपितु नौकरी से हटा देना चाहिए !
नई देहली – भगवान श्रीकृष्ण को ‘व्यभिचारी’ और ‘उन्मत’ कहनेवाली अंग्रेजी समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की महिला पत्रकार सृष्टि जसवाल को इस दैनिक समाचार पत्र ने निलंबित कर दिया है । दूसरी ओर सृष्टि ने सामाजिक माध्यम ‘ट्वीटर’ और ‘इंस्टाग्राम’ पर स्वयं का खाता भी बंद कर दिया है । ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ ने ट्वीट कर बताया है कि, ‘हिन्दुस्तान टाइम्स सृष्टि के विचारों का समर्थन नहीं करता । यह उसका व्यक्तिगत वक्तव्य है ।’
Hindustan Times does not endorse Srishti Jaswal’s comments which were made on her personal Twitter handle and in her personal capacity. She has been suspended from duties with immediate effect and a code of conduct committee has been set up to look into the matter.
— Hindustan Times (@HindustanTimes) July 2, 2020
भाजपा के नेता गौतम अग्रवाल ने इस संबंध में शिकायत करते हुए इस दैनिक समाचार पत्र से पूछा था कि ‘सृष्टि पर क्या कार्रवाई करनेवाले हैं ?’ (यदि गौतम अग्रवाल ने पुलिस में शिकायत की थी, तो अभी तक उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? – संपादक)
Filed complaint against @08srijas for her derogatory Tweet against Lord Krishna & hurting #Hindu sentiments
Will @htTweets take action against her
Please RT this & follow me back as your mark of support @HinduITCell@MODIfiedVikas @Rajput_Ramesh @GSVKapoor @TajinderBagga pic.twitter.com/w1goqSDsaU
— Gautam Aggarwal (@gauaggbjp) July 2, 2020
(कहती हैं) ‘पौराणिक कथाओं में पढा था !’ – सृष्टि जसवाल
सृष्टि जसवाल का कहना है कि, ‘उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की जानकारी हिन्दुओं की पौराणिक कथाओं में पढी है ।’ (हिन्दुओं की किसी भी पौराणिक कथा में भगवान श्रीकृष्ण के बारे में कहीं भी ऐसा कुछ नहीं कहा गया है । इस प्रकार साफ झूठ बोलनेवाली सृष्टि को बंदी बनाकर उन्हें कठोर दंड देने के लिए सरकार को प्रयत्न करने चाहिए ! – संपादक)