घातक दल में कार्यरत वीरगति को प्राप्त २३ वर्षीय गुरतेज सिंह ने १२ सैनिकों को मार डाला था !
भारत-चीन सैनिकों में १५ जून को हुए घमासान का प्रकरण
नई देहली – पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में १५ जून की रात को भारत एवं चीनी सैनिकों के मध्य हुए घमासान के संदर्भ में अब धीरे-धीरे जानकारी सामने आ रही है । इसमें २३ वर्षीय वीरगति को प्राप्त सैनिक गुरतेज सिंह द्वारा किया हुआ पराक्रम भी सामने आया है । यहां पर हुए घमासान के समय सेना के ‘थर्ड पंजाब घातक दल’ को भी बुलाया गया था । इस दल के सैनिकों ने चीनी सैनिकोंपर अपनी पारंपरिक कृपाण, लाठियां और धारदार चाकुओं आदि शस्त्रों के साथ आक्रमण किया । उसमें गुरतेज सिंह भी अंतर्भूत थे । उन्होंने इस घमासान में १२ चीनी सैनिकों को मार डाला । इस घमासान में वह भी वीरगति को प्राप्त हुए ।
(सौजन्य : IndiaTV )
घातक दल के यहां पहुंचनेपर गुरुतेज को चीन के ४ सैनिकों ने घेर लिया । उसे देखकर गुरतेज ने उन पर आक्रमण किया और २ चीनी सैनिकों को मार डाला । इस मुठभेड में गुरतेज ने चीनी सैनिकों को खाई में ढकेल दिया । तब स्वयं गुरतेज भी अपना संतुलन खोकर खाई में जाकर गिर गए; परंतु एक पत्थर के कारण वह वही फंसे रहे, जिससे उनके सिर में चोट लगी । उसी स्थिति में वह पुनः ऊपर आ गए और कृपाण लेकर चीनी सैनिकोंपर टूट पडे । उन्होंने एक चीनी सैनिक से एक धारदार शस्त्र छीनकर चीनीयोंपर वार करना आरंभ किया । उसमें ७ चीनी सैनिक मारे गए । गुरतेजपर भी चीनीयों ने वार किए और वह गंभीररूप से घायल हुए । उस स्थिति में भी उन्होंने एक चीनी सैनिक को मारकर ही अपने प्राण त्याग दिए ।