कोरोना की वैश्विक महामारी में दिखी दानशूरता !
बांग्लादेश में बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच की
ओर से हिन्दुओं को भोजन और सामग्री का वितरण
ढाका (बांगलादेश) – बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए काम करनेवाली संस्था बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच की दिनाजपुर बोचगंज उप-जिला शाखा, बोचागंज में कोरोना की पृष्ठभूमि पर हिन्दुओं को भोजन वितरित किया । साहित्य भी वितरित किया गया । कोरोना पत्रक भी वितरित किए गए । इस अवसर पर संस्थान के अधिकारी, अन्य स्थानीय नेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।
श्री. जयेंद्र सिंह ने वडोदरा में ५००० गरीबों को भोजन दिया
वडोदरा (गुजरात) – यहां के उद्यमी श्री. जयेंद्र सिंह सामाजिक कार्य करते हैं । समाज के गरीब लोगों तक आवश्यक सहायता पहुंचाने के लिए श्री. जयेंद्र सिंह की अगुआई में फ्रीडम ग्रुप तथा सौजन्य युवक मंडल ने भोजन देने का एक उपक्रम आरंभ किया है । आरंभ में उन्होंने डेढ सौ से दो सौ लोगों तक दो समय का भोजन पहुंचाने की व्यवस्था करने का विचार किया था; पश्चात इस सामाजिक उपक्रम से धीरे-धीरे अनेक संगठन जुडते गए । पुलिस से अनुमति लेकर बडोदरा के मांजलपुर, वडसर, माणेज, मकरपुरा, जे.डी. नगरी, वडसर रोड, हलवा नाका, इन स्थानों पर रहनेवाले श्रमिकों को प्रतिदिन दो समय का भोजन देने की व्यवस्था की जाती है ।
श्री. जयेंद्र सिंह ने अपना और अपने बडे भाई श्री. राजेश गिरि का चल-दूरभाष संपर्क वॉट्स ऍप के माध्यम से सबके पास भेजा है ।
वर्तमान में उनका संगठन जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी, सिविल डिफेन्स कार्यालय के कुछ कर्मचारी, जनसेवा करनेवाले स्वास्थ्यकर्मी तथा काम के लिए बाहर से बडोदा में आए गरीब श्रमिक, ऐसे लगभग ५००० लोगों तक प्रतिदिन भोजन पहुंचाता है ।
उमरगाम के पूज्य चंदुभाई शुक्ल महाराज द्वारा लॉकडाउन की अवधि में किए कार्य
उमरगाम (गुजरात) – समग्र विश्व में उत्पात मचानेवाले, जिसका अभी तक कोई टीका नहीं बना है; ऐसी कोरोना की बीमारी का ईश्वरीय शक्ति के अतिरिक्त अन्य कोई सहारा नहीं है । इसे ध्यान में रखते हुए शिवशक्ति सहयोग सेवाश्रम चैरिटेबल न्यास के सलाहकार, प्रखर सनातन धर्मप्रेमी एवं हिन्दू जनजागृति विचारक, प्रचारक तथा कथावाचक भागवताचार्य शास्त्री चंदुभाई शुक्ल की ओर से समस्त विश्व को इस महामारी से बचाने हेतु २१ दिवसीय हवन (शिवशक्ति महामारी यज्ञ) अनुष्ठान, ३५ दिवसीय सुंदरकांड तथा हनुमान चालीसा पाठ के माध्यम से जपात्मक अनुष्ठान किया गया । संपूर्ण विश्व के प्रत्येक जीव के कल्याण तथा स्वस्थ जीवन की कामना की गई । लॉकडाउन की अवधि में प्रतिदिन गौमाता को अन्न देकर उसकी क्षुधा शांत करने का प्रयास किया गया । गुडी पडवा के मंगल दिवस अर्थात हिन्दू नववर्ष के दिन गौमाता और श्वानों को रोटियां खिलाई गईं । स्वच्छताकर्मियों में अनाज का वितरण तथा शाल प्रदान कर साथ ही नोटों की माला पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया ।