रांची (झारखंड) में इफ्तार का भोज (पार्टी) रोकने पहुंची पुलिस पर धर्मांधों द्वारा पथराव
- यातायात बंदी होते हुए ऐसे भोज आयोजित करने का साहस होता ही कैसे है ? ऐसों पर अपराध प्रविष्ट कर उनसे दंड वसूल करना चाहिए तथा उन्हें कारागृह में डाल देना चाहिए !
- धर्मांधों के ऐसे कानूनद्रोही कृत्यों के संबंध में धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी क्यों नहीं बोलते ? कांग्रेस, समाजवादी पक्ष, साम्यवादी पक्ष आदि ने क्या अभी तक एक बार भी ऐसे कृत्य की निंदा अथवा उसका विरोध किया है ?
रांची (झारखंड) – यहां के परहेपाठ क्षेत्र में १५ मई को यातायात बंदी का उल्लंघन करते हुए इफ्तार के भोज का आयोजन किया गया । उनको रोकने का प्रयत्न करनेवाले पुलिसकर्मियों पर धर्मांधों द्वारा आक्रमण करने की घटना घटी है । अन्वर खान के घर यह भोज आयोजित किया गया था । यहां सामाजिक दूरी का उल्लंघन किया जा रहा था । इसकी जानकारी मिलनेपर पुलिस वहां पहुंची । उस समय उन पर धर्मांधों द्वारा पथराव किया गया । इसकी जानकारी मिलनेपर पुलिस ने बडी फौज बुलाई; परंतु तब तक धर्मांध भाग गए । (१८.५.२०२०)