(कहती हैं) कांग्रेस स्थानांतरित श्रमिकों के रेल टिकट के पैसों का भुगतान करेगी ! – सोनिया गांधी द्वारा केंद्र सरकार की आलोचना
जब कांग्रेस भारत में सर्वाधिक समयतक सत्ता में थी, तब कांग्रेसवालों ने श्रमिकों के उत्कर्ष के लिए क्या किया ? आज भी इन श्रमिकों की यात्रा का खर्चा केंद्र सरकार और राज्य सरकार उठानेवाले हैं । इसलिए कि केवल इस सूत्र को हौवा बनाकर हम स्वयं श्रमिकों के हित का कितना विचार करते हैं, इसे दिखाने के लिए ही वह ऐसा वक्तव्य दे रही हैं, जनता इसे भलीभांति जानती है !
नई देहली – यातायात बंदी के कारण विविध राज्यों में फंसे श्रमिकों को पुनः उनके गांव भेजने हेतु केंद्र सरकार ने रेलसेवा आरंभ की है । इन श्रमिकों से रेल टिकट के पैसे लिए जाने का आरोप लगाकर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार की आलोचना की है । उन्होंने कहा है कि कांग्रेस इन श्रमिकों के टिकट के पैसों का भुगतान करेगी ।
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में यह प्रश्न उठाया है कि श्रमिक हमारे देश की प्रगति के दूत हैं । जब सरकार विदेश में फंसे नागरिकों को वहां से वापस लाने हेतु विमानयात्रा का निःशुल्क प्रबंध करती है, रेल मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री कोरोना कोष में १५१ करोह रुपए का चंदा दिया जाता है, तो प्रगति के दूत माने जानेवाले इन श्रमिकों को इस कठिन समय में निःशुल्क रेलयात्रा का प्रबंध क्यों नहीं किया जाता ?