कश्मीर में मुठभेड में कर्नल, मेजर सहित ५ लोग हुतात्मा (शहीद)
२ आतंकवादी मारे गए
कश्मीर में कितने भी आतंकवादियों को मारा जाए; परंतु संपूर्ण आतंकवाद को नष्ट करने के लिए आतंकवादियों का कारखाना बने पाक को नष्ट करना आवश्यक है, यह सरकार को समझना चाहिए !
कुपवाडा (जम्मू-कश्मीर) – यहां के हंदवाडा में २ मई की रात को आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड में सुरक्षादलों ने २ आतंकवादियों को मार गिराया है; परंतु उसी समय २ सेना अधिकारी, २ पुलिसकर्मी और १ पुलिस उपनिरीक्षक हुतात्मा हो गए । लगभग यहां ८ घंटे तक मुठभेड चलती रही । हुतात्मा हुए सैनिकों में २१ राष्ट्रीय रायफल्स की यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा और एक मेजर भी समालित हैं । शर्माजी ने इससे पूर्व आतंकवादियों से हुई अनेक मुठभेडों में सफलता प्राप्त की थी ।
१. हंदवाडा शहर के चांगीमुला में कुछ स्थानीय नागरिकों को आतंकवादी बंदी बनानेवाले हैं, ऐसी जानकारी गुप्तचर दलों ने सेना को दी थी । उसके पश्चात उस स्थान पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खोज अभियान प्रारंभ किया, तब यह मुठभेड हुई ।
२. आतंकवादियों के विरोध में लडते समय दिखाए गए शौर्य के लिए आशुतोष शर्मा को २ बार सेना पदक से सम्मानित किया गया था । वह लंबे समय से कश्मीर घाटी में कार्यरत थे । विगत ५ वर्षों में आतंकवादियों के विरुद्ध लडते समय हुतात्मा हुए कर्नल स्तर के वे पहले अधिकारी हैं । इससे पूर्व जनवरी २०१५ में ४२ राष्ट्रीय रायफल्स के कर्नल एम.एन. राय और नवंबर २०१५ में ४१ राष्ट्रीय रायफल्स के कर्नल संतोष महाडिक हुतात्मा हुए थे ।
सौजन्य : द इकॉनॉमिक टाईम्स
सैनिकों का बलिदान भुलाया नहीं जाएगा ! – प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि हंदवाडा मुठभेड में हुतात्मा हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजली । उनका पराक्रम और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा । उन्होंने पूर्ण निष्ठा से देश की सेवा की है । देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए अविरत परिश्रम किए हैं ।