कहा, कोरोना संकट का उपयोग मुसलमानों के संहार की रणनीति बनाने के लिए हो रहा है ! – हिन्दूद्रोही लेखिका अरुन्धती रॉय
पाकिस्तान की सरकारी समाचार वाहिनियों ने रॉय के बयान को किया ट्वीट !
- क्या ऐसा बयान देते समय उनके पास इसके ठोस प्रमाण थे ? आज देश में कोरोना संकट २३ राज्यों में फैलने का कारण तबलीगी जमात है, यह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकडों के साथ बताया है । क्या रॉय को नहीं पता कि जमात के लोग जांच कराने के लिए स्वेच्छा से आगे नहीं आते; इसलिए उनसे दूसरों के लिए कोरोनाग्रस्त होने का धोखा उत्पन्न हो गया है ? क्या वे नहीं जानतीं कि जमात के जो लोग चिकित्सालय में भरती हैं, वे डॉक्टरों पर थूकते हैं, परिचारिकाओं के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार करते हैं, मस्जिदों में छिपे तबलीगी पुलिस पर आक्रमण करते हैं ?
नई देहली – कोरोना का सामना करते समय उसका उपयोग मुसलमानों का संहार करने की दृष्टि से केंद्र सरकार रणनीति बना रही है । नाजियों ने जिस प्रकार ज्यू लोगों के संहार की रणनीति बनाई थी, आज उसी का स्मरण हो रहा है, यह आलोचना तथाकथित सामाजिक कार्यकर्त्री और लेखिका अरुन्धती रॉय ने की है । यह उन्होंने, जर्मनी की समाचार वाहिनी डॉचे वेले को दी भेंटवार्ता में कहा है । पाकिस्तान की सरकारी समाचार वाहिनी ने रॉय के इस कथन को ट्वीट किया है । (इससे पता चलता है कि रॉय किसकी भाषा बोल रही हैं ! – संपादक)
रॉय ने कहा, १. मुसलमानों के विषय में घृणा उत्पन्न की जा रही है । २. कोरोना के बहाने सरकार युवा विद्यार्थियों को बंदी बना रही है । अधिवक्ताओं, वरिष्ठ संपादकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विचारकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है । कुछ लोगों को तो कारागार भी भेज दिया गया है । (रॉय को इसके उदाहरण भी देने चाहिए; परंतु वे जिस सहजता से भारत और सरकार के विरुद्ध बयान दे रही हैं, उससे पता चलता है कि वे जनता की आंखों में धूल झोंकने में बहुत चतुर हैं ! – संपादक) (२१.४.२०२०)