बच्चों को पाठशाला में हिन्दू धर्म न सिखाने के दुष्परिणाम
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘स्वतंत्रता से लेकर अभी तक ७७ वर्षों में शासनकर्ताओं ने बच्चों को पाठशाला में हिन्दू धर्म नहीं सिखाया । इसलिए बच्चों को हिन्दू धर्म का महत्व ज्ञात नहीं है । इस कारण उन्हें हिन्दू धर्म पर अभिमान नहीं है । इसके विपरीत मुसलमानों में धर्माभिमान होने के कारण पूरे संसार में उनकी धाक है ।
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक