Supreme Court Collegium On Justice Yadav : मुख्य न्यायाधीश और ‘कलोजियम’ ने न्या. यादव से जताई नाराजगी

समान नागरिक कानून पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शेखर यादव के बयान का मामला

(‘कॉलेजियम’ , मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के ४ सबसे वरिष्ठ न्यायाधीशों से बना है। यह समूह देश की अदालतों में न्यायाधीशों की नियुक्तियों और तबादलों पर निर्णय लेता है।)

न्यायमूर्ती शेखर यादव

नई दिल्ली – मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शेखर यादव से मुलाकात की। उस वक्त कॉलेजियम ने न्यायमूर्ती शेखर यादव के बयान पर नाराजगी जताई ।

१. कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद द्वारा हाई कोर्ट में समान नागरिक कानून को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस शेखर यादव ने कुछ बयान दिए थे । इस कारण उनकी आलोचना होने लगी । विपक्षी दलों ने संसद में उनके विरुद्ध महाभियोग ( हटाने की प्रक्रिया ) की मांग की । साथ ही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस शेखर को नोटिस भी जारी किया था । इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने कॉलेजियम के साथ उक्त बैठक की । इस बैठक में जस्टिस शेखर यादव ने अपना पक्ष रखा ।

२. इस समय कॉलेजियम ने जस्टिस शेखर यादव के बयान पर नाराजगी जताई और यह रुख अपनाया कि इस तरह के बयान से बचा जा सकता था । मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली । पूरी जानकारी सामने नहीं आई है ।

३. राज्यसभा में जस्टिस शेखर यादव के विरुद्ध महाभियोग प्रस्ताव पेश होने के बाद अगर स्पीकर की ओर से प्रस्ताव दाखिल किया जाता है तो जस्टिस शेखर यादव के विरुद्ध महाभियोग का मुकदमा चलेगा ।