UP CM Adityanath Slams Opposition : संभल (उत्तर प्रदेश) में ४६ वर्षों पूर्व के हिन्दुओं के नरसंहार के विषय में विरोधी दल चर्चा क्यों नहीं करतें ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रश्न
लक्ष्मणपुरी ( उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में प्रश्न उठाते हुए कहा ‘४६ वर्षों पूर्व संभल में नरसंहार करनेवाले अपराधियों को आजतक दंड क्यों नहीं दिया गया ? इस विषय में चर्चा क्यों नहीं होती ? मृत हिन्दुओं का क्या दोष था ?’ संभल में १४ दिसंबर को मुसलमानबहुसंख्यक क्षेत्र में पिछले ४६ वर्षों से बंद मंदिर पाया गया । इस विषय पर वे ऐसा बोल रहे थे ।
Why don’t the opposition discuss the Hindu massacres that occurred 46 years ago in Sambhal (Uttar Pradesh)? – UP CM Adityanath Slams Opposition
For decades, it has been evident that Hindus have no human rights in India, and hence the opposition will never answer this question!… pic.twitter.com/ZSOaK5wbuH
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 15, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा ‘कल संसद में संविधान पर चर्चा हो रही थी । तब संभल में हुई गोलीबारी में मुसलमानों की मृत्यु होने का सूत्र उपस्थित किया जा रहा था; परंतु विरोधी दलों की सरकार के रहते अर्थात ४६ वर्षों पूर्व बंद किए गए मंदिर के विषय में चर्चा नहीं हुई । इससे विरोधी दलों की मानसिकता सभी के सामने उजागर हुई है । क्या संभल में वह प्राचीन मंदिर प्रशासन ने रातोरात निर्माण किया ? वहां मूर्तियां अपनेआप आईं ? जो कोई सत्य बोलता है, उन्हें ही धमकाया जाता है, उनकी आवाज दबा दी जाती है । ऐसा करनेवाले लोग संविधान के विषय में बोलते हैं, यह उनका दोगलापन है । इसी कारण से कुंभमेले के विषय में भी ऐसा ही दुष्प्रचार करने का प्रयास ये लोग करेंगे ।’
देश में समान नागरिकता कानून होना चाहिए अथवा नहीं ?
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा ‘इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ने आज भारत में समान नागरिकता कानून होना चाहिए’, ऐसा वक्तव्य किया था । साथ ही उन्होंने देश में बहुसंख्यकों की भावनाओं का आदर करना चाहिए, ऐसा भी कहा था । ऐसा होते हुए विरोधी दल उनपर कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं । क्या देश में समान नागरिकता कानून लागू करने की मांग अनुचित है ?’
संभल में पाए गए मंदिर में आरती सम्पन्न
संभल में ४६ वर्षों के पश्चात मिले मंदिर में १५ दिसंबर को सवेरे पूजा एवं आरती की गई । वर्तमान में मंदिर के बाहर पुलिस व्यवस्था नियुक्त की गई है । मंदिर परिसर की स्वच्छता की गई है तथा बिजली का प्रबंध किया गया है । यहां सीसीटीवी कैमरा भी लगाए गए हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत में हिन्दुओं का कोई भी मानवाधिकार नहीं है, यह पिछले अनेक दशकों से देखा गया है; इसलिए इस प्रश्न का उत्तर विरोधी दल कभी नहीं देंगें । ऐसा प्रश्न भविष्य में उपस्थित न हो, इसलिए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक है ! |