‘परभणी बंद’ हुआ हिंसक : ७ जगहों पर आगजनी, तोडफोड !

  • परभणी में संविधान की प्रतिकृति के अपमान का मामला

  • कर्फ्यू और इंटरनेट सेवा बंद !

  • मानसिक रूप से बीमार आरोपी की अमानवीय पिटाई !

परभणी में अपमान के बाद ढंकी गई संविधान की प्रतिकृति

परभणी – शहर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने डॉ. बाबा साहब अंबेडकर के प्रतिमा के सामने की संविधान की प्रतिकृति का शीशा ९ दिसंबर की शाम करीब ५.३० बजे एक मानसिक रोगी ने तोड़ दिया। इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस के सामने ही मनोरोगी की बेरहमी से पिटाई कर दी । उन्होंने उस पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाने की कोशिश की । पुलिस के समय पर हस्तक्षेप से एक बड़ी घटना टल गई।

इस बेअदबी के विरोध में ११ दिसंबर को परभणी और गंगाखेड गांवों में बंद बुलाया गया ; लेकिन इस बंद ने हिंसक रूप ले लिया । परभणी शहर में ७ जगहों पर आगजनी की गई है । प्रदर्शनकारियों ने शहर की कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की, जबकि कुछ जगहों पर वाहनों में आग लगा दी गई । पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी ; लेकिन भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया । दंगा नियंत्रण टीम को बुलाया गया है और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है । पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है । अभी तक किसी के विरुद्ध कोई भी केस दर्ज नहीं किया गया है ।

१. आरोपी का नाम सोपान दत्ताराव पवार ( उम्र ४५ वर्ष ) है । पुलिस ने बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार है । उसे बंदी बनाया गया है और चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है । संविधान की प्रतिकृति पर लगा शीशा टूटने के बाद प्रतिकृति को कपड़े से ढक दिया गया है और वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ।

२. शहर में कई जगहों पर बोर्ड तोड़ दिए गए और सड़कों पर आग लगा दी गई । फायर ब्रिगेड द्वारा आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है । पुलिस द्वारा यातायात का संचालन किया जा रहा है। बंद के दौरान कई महिलाएं सड़कों पर उतरीं । उन्होंने पुलिस पर पथराव भी किया । महिला आंदोलनकारियों ने कलेक्टर कार्यालय में घुसने की कोशिश की । इस बार पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की ; लेकिन जब महिलाएं आक्रामक हो गईं तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने दिया । कार्यालय में प्रवेश कर प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की ।

३. बताया जा रहा है कि परभणी बंद होने पर आंदोलनकारियों ने शहर की दुकानों में आग लगा दी । प्रशासन द्वारा सावधानी के रूप में जिले में कर्फ्यू लगाया गया था ; लेकिन इस आदेश के बावजूद डाॅ. बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास भारी भीड़ जमा हो गई थी।

पुलिस-प्रशासन ने नहीं की तत्काल कार्यवाही , इसलिए बिगड़े हालात ! – विजय वडेट्टीवार, नेता, कांग्रेस

घटना सामने आने के बाद प्रशासन और पुलिस को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए थी ; लेकिन ऐसा न होने के कारण आज स्थिति काफी खराब हो गयी है । पुलिस को दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने संविधान प्रेमी लोगों से शांति और धैर्य बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की ।

संविधान की प्रति का अपमान करने वाला आरोपी सोपान पवार की पिटाई करने वाली भीड

विधायकों और सांसदों की प्रतिक्रियाएं…

अराजक तत्वों पर होगी कार्यवाही ! – प्रवीण दरेकर, भाजपा नेता

मैं परभणी की घटना की कड़ी निंदा करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने हमेशा संविधान का सम्मान किया है। बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने कहा है कि संविधान से छेड़छाड़ करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी ।

इसे लेकर शिवसेना ( उद्धव बालासाहेब ठाकरे समूह ) विधायक राहुल पाटिल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को शांत रहना चाहिए । स्थिति नियंत्रण में है । आप घबराओ मत । ९ दिसंबर को हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ।

ठाकरे समूह के सांसद संजय जाधव ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है । मैं इस घटना की निंदा करता हूं । विरोध करते समय दूसरों को असुविधा न हो इसका भी ध्यान रखा जाए।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार समूह ) के सांसद अमोल कोल्हे ने मांग की है कि सरकार को इन सामाजिक समस्याओं के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए और समाज में अशांति पैदा करने वाली प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाना चाहिए ।

१० दिसंबर को घटी घटनाएं 

१. गुस्साई भीड़ ने कलेक्टर कार्यालय, रेलवे स्टेशन इलाके में ‘सड़क बंद’ प्रदर्शन किया । शाम करीब ७ बजे सैकड़ों लोग सड़कों पर थे ।

२. कुछ उपद्रवियों ने गांधी पार्क की ओर जाने वाली सड़क, आईटीआई क्षेत्र की दुकानों पर पथराव कर दिया। सड़क पर खड़े वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गये । मामला बढ़ता देख पुलिस ने दंगा नियंत्रण टीम को भी बुला लिया ।

३. प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर नंदीग्राम एक्सप्रेस को रोककर अपना गुस्सा जाहिर किया । पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ट्रेन आगे बढ़ी ।

४. संविधान की प्रति को विकृत करने की खबर कुछ ही देर में सोशल मीडिया के जरिए परभणी जिले तक पहुंच गई । इसका असर जिले के गंगाखेड़, जिंतुर, मनावत, पथरी और सेलु तालुकों में भी देखा गया। पुलिस ने शहरों और जिलों में अतिरिक्त कर्मियों को तैनात कर सुरक्षा बढ़ा दी है।

प्रदर्शनकारियों और कलेक्टर के बीच बैठक !

परभणी में प्रदर्शनकारियों और कलेक्टर के बीच हुई बैठक में कलेक्टर ने सभी से परभणी शहर और जिले में शांति स्थापित करने में सहयोग करने की अपील की ।

युवा भाइयों को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए। अफवाहों पर विश्वास कर कोई गलत काम न करें। किसी भी समाज की भावनाओं को ठेस न पहुंचे इसका ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने की अपील की कि जिले में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो ।

२४ घंटे के अंदर आरोपियों को बंदी बनाना होगा , नहीं तो अंजाम भुगतना होगा ! – प्रकाश अंबेडकर, अध्यक्ष, वंचित बहुजन अघाड़ी अध्यक्ष

परभणी में संविधान की प्रतिकृति के अपमान के आरोपियों को अब तक बंदी नहीं बनाया गया है । वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने ११ दिसंबर को चेतावनी दी कि वर्तमान घटना में समाजविरोधियों को २४ घंटे के भीतर बंदी बनाया जाना चाहिए, अन्यथा परिणाम अच्छे नहीं होंगे ।