बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर ‘सकल हिन्दू समाज’ ने निकाले मोर्चे !

मुंबई – बांग्लादेश के हिन्दुओं पर अन्याय एवं अत्याचार हो रहे हैं, साथ ही वहां बडे स्तर पर हिंसा की घटनाएं भी हो रही हैं । बांग्लादेश में भीड ने हिन्दुओं के घरों में तोडफोड की । इस्कॉन के चिन्मय कृष्णदास प्रभु को अन्यायकारी पद्धति से बंदी बनाया गया । उन्हें शीघ्र छोडने की मांग के साथ वहां के हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सकल हिन्दू समाज की ओर से महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर मोर्चे निकाले गए । कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए । कुछ जिलों में प्रशासन को ज्ञापन प्रस्तुत किए गए । अनेक स्थानों पर बंद भी रखा गया । हिंगोली, बीड, छत्रपति संभाजीनगर, कोल्हापुर, जालना, भंडारा, वाशिम, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग ….सहित अनेक जिलों में मोर्चे निकालकर विरोध व्यक्त किया गया । इन मोर्चाओं में सहस्रों की संख्या में हिन्दू एकजुट हुए । संतों, महंतों तथा साधुओं ने भी इन मोर्चे में भाग लिया ।

आंदोलनकारियों ने हाथ में ‘भारत सरकार बांग्लादेशी हिन्दुओं को संरक्षण दे’, यह मांग करनेवाले फलक पकडे थे । कुछ स्थानों पर ‘बांग्लादेश’ लिखे गए पत्रक फूंके गए, तो कुछ धर्मप्रेमियों ने विरोध के रूप में काले रंग के कपडे पहने थे ।

आज बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह भविष्य में भारत में न हो; इसके लिए संगठित हों ! – भाजपा विधायक नितेश राणे

सिंधुदुर्ग जिले के ओरोस में निकाले गए मोर्चा में सहभागी भाजपा विधायक नितेश राणे ने हिन्दुओं का आवाहन करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की हो रही हत्याएठ तथा उन पर किए गए अत्याचार वहां की सरकार ने तुरंत नहीं रोके, तो सिंधुदुर्ग जिलेसहित महाराष्ट्र में बांग्लादेशी लोग कहीं भी शेष नहीं रहेंगे । उन्हें यहां से भगा दिया जाएगा । बांग्लादेश में किए जा रहे अत्याचार कोई व्यक्ति किस जाति का है, यह देखकर नहीं किए जा रहे हैं, अपितु हिन्दू के रूप में किए जा रहे हैं । कोई व्यक्ति हिन्दू है, इसलिए उसे चुनकर मार डाला जा रहा है । इस्कॉन जैसी संस्थाओं पर कार्यवाही की जा रही है, उनके धर्मगुरु को बंदी बनाया जाता है तथा उनकी वकालत करनेवालों की हत्याएं की जाती हैं, यह क्या दर्शाता है ? बांग्लादेश में आज जो हो रहा है, वह भविष्य में भारत में न हो; इसके लिए हिन्दुओं, संगठित हों !

विधायक नितेश राणे ने मानवाधिकार की बातें करनेवालों की आलोचना की !

भारत में आकर हमें मानवाधिकार के पाठ पढानेवाले आज बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के समय में कहां हैं ? बांग्लादेश के मुसलमान धर्मगुरु ‘हिन्दुओं का यहां कोई स्थान नहीं है’, ऐसा बोल रहें हैं, तो ऐसे समय में मानवाधिकार आयोग क्या कर रहा है ? ‘क्या भारत में भाईचारा केवल हमें ही निभाना है ?’, ऐसे अनेक प्रश्न भी विधायक राणे ने उठाए ।

विधायक नितेश राणे ने धर्मांध मुसलमानों से किया यह प्रश्न !

आप लोग (धर्मांध मुसलमान) ‘हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं चाहिए, हमें हिन्दुत्वनिष्ठ सरकार नहीं चाहिए’, ऐसा बोलते हैं; तो सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सबसे अधिक मुसलमान कैसे हैं ? आपको यदि आपका धर्म महत्त्वपूर्ण लगता है, तो आप सरकारी योजनाओं का लाभ क्यों उठाते हैं ? मुख्यमंत्री – लाडली बहन योजना का लाभ उठानेवाले अधिकतर लोग इसी समुदाय के दिखाई देते हैं । अतः मुख्यमंत्री से हमारी यह मांग है कि जिनके २ से अधिक बच्चे हैं, उन्हें इस योजना से हटाय जाए; जिससे हिन्दू समाज को इसका अधिक से अधिक लाभ मिलेगा ।