Bofors Scandal : बोफोर्स प्रकरण पुनः खुलेगा !
निजी गुप्तचर माइकल हर्शमैन से जानकारी मांगने हेतु सीबीआई अमेरिका से अनुरोध करेगा !
नई दिल्ली – बोफोर्स प्रकरण पुनः खोला जा सकता है । इस प्रकरण में अमेरिका के निजी गुप्तचर माइकल हर्शमैन से जानकारी मांगने के लिए केंद्रीय अन्वेषण विभाग (सीबीआई) बहुत शीघ्र अमेरिका के न्यायालय को अनुरोधपत्र भेजनेवाला है । हर्शमैन ने वर्ष १९८७ के ६४ करोड़ रुपए के (वर्तमान में लगभग १ सहस्र करोड रुपए के) बोफोर्स रिश्वतखोरी घोटाले की महत्त्वपूर्ण जानकारी भारतीय जांच विभागों को देने के लिए तैयार था ।
१. तत्कालिन राजीव गांधी सरकार के कार्यकाल में हॉवित्जर तोपों की आपूर्ति में स्वीडीश प्रतिष्ठान बोफोर्स के साथ किए गए १ हजार ४३७ करोड़ रुपए के समझौते में रिश्वत लेने का आरोप था ।
२. इस प्रकरण में दिल्ली उच्च न्यायालय ने वर्ष २००४ में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दोष-मुक्त किया था । उसके एक वर्ष उपरांत न्यायालय ने इस प्रकरण में संदिग्ध हिंदुजा भाईयों सहित शेष आरोपियों पर लगाए गए सभी आरोप वापस लिए । न्यायालय ने वर्ष २०११ में कथित मध्यस्थ ओट्टावियो क्वात्रोची को भी दोष-मुक्त कर दिया था ।
३. अधिकारियों ने बताया कि अनुरोध-पत्र भेजने की प्रक्रिया इस वर्ष अक्टूबर में आरंभ हुई है । इस प्रक्रिया में लगभग ९० दिन लग सकते हैं । इस प्रकरण की जांच के लिए यह जानकारी प्राप्त करना, उसका उद्देश्य है