Bangladesh ISKCON Ban Demand : बांग्लादेश में इस्कॉन पर प्रतिबन्ध लगाने की हाई कोर्ट में मांग !

  • कोर्ट ने सरकार को मामले की जांच के आदेश दिए

  • बांग्लादेश सरकार का कोर्ट में बयान कि इस्कॉन एक ‘कट्टरपंथी संगठन’ है

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में इस्कॉन पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है । यह याचिका एक वकील ने दायर की है । बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि इस्कॉन एक धार्मिक कट्टरपंथी संगठन है । तत्पश्चात यह याचिका दायर की गई । इसके पश्चात कोर्ट ने सरकार को जांच के आदेश दिए हैं ।

१. अदालत ने महाधिवक्ता से ‘इस्कॉन’ के बारे में एवं ‘बांग्लादेश में इसकी स्थापना कैसे हुई ‘ इस सन्दर्भ में जानना चाहा । जवाब में महाधिवक्ता ने कहा कि यह संगठन कोई राजनीतिक दल नहीं है । यह एक धार्मिक कट्टरपंथी संगठन है । सरकार इसकी जांच कर रही है ।

२. हाई कोर्ट ने महाधिवक्ता को इस्कॉन पर सरकार के रुख और देश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर २८ नवम्बर की सुबह तक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया ।

३. याचिका में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए चटगांव तथा रंगपुर में आपातकाल लगाने के निर्देश देने की भी मांग की गई, क्योंकि चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के खिलाफ देश भर के शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए । कोर्ट ने सरकार को इस सम्बन्ध में तत्काल निर्णय लेने का निर्देश दिया है ।

४. इस्कॉन सदस्य चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश में हिन्दू विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । इस पर कट्टर मुसलमानों द्वारा हमला किया जा रहा है । इस पृष्ठभूमि में इस्कॉन ने बांग्लादेश सरकार की निन्दा करते हुए एक बयान प्रसारित किया था ।

संपादकीय भूमिका 

  • यह आश्चर्य की बात नहीं है कि जिहादी पार्टी ‘जमात-ए-इस्लामी’ पर से प्रतिबन्ध हटाने वाली बांग्लादेश की अन्तरिम सरकार ने इस्कॉन को ‘कट्टरपंथी संगठन’ कहा ! वर्तमान समय में चूंकि बांग्लादेश में जिहादी मानसिकता के लोग सत्ता में हैं , इसलिए वहां हिन्दू संगठनों की यह स्थिति होना लाजमी है । इतना ही नहीं, यह भी उतना ही सच है कि हिन्दू समाप्त हो जायेंगे । अब दुनिया भर के हिन्दू ‘एक हैं तो सुरक्षित हैं’ के लिए क्या करने जा रहे हैं , यही देखना होगा !
  • यदि भारत की जगह इजराइल और हिन्दुओं की जगह यहूदी होते तो गाजा पट्टी की तरह बांग्लादेश के कट्टरपंथियों का भी सफाया हो गया होता, यह भी उतना ही सच है ! सीखें इजराइल के यहूदियों से कि धार्मिक लोगों की रक्षा कैसे करें !