Victory Of Hindus Power : हिंदुओं ने एक बटन दबाया, तो सरकार बनी; वज्रमूठ ( जुडे तो ) बनाई, तो हिंदू राष्ट्र निश्चित! – हिंदू जनजागृति समिति
हिंदुओं की संगठित शक्ति की जीत हुई !
मुंबई – लोकसभा चुनाव के समय हुई भूल को सुधारते हुए, हिंदुओं ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बडी संख्या में घरों से बाहर निकलकर मतदान किया। परिणामस्वरूप, राज्य में फिर से हिंदुत्ववादी सरकार सत्ता में आ रही है। यह ‘वोट जिहाद’ की हार और हिंदुओं की संगठित शक्ति की जीत है। आज हिंदुओं ने एक बटन दबाया, तो सरकार बनी। यदि हिंदू संगठित होकर वज्रमूठ बनाएंगे, तो हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं आएगा? निश्चित ही हिंदू राष्ट्र आएगा, ऐसा प्रतिपादन हिंदू जनजागृति समिति ने किया है।
समिति ने कहा है कि,
१. ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ के प्रवक्ता मौलाना सज्जाद नोमानी ने 17 सूत्रीय मांग पत्र महाविकास अघाड़ी सरकार को सौंपा था। कांग्रेस द्वारा इस पत्र को स्वीकार करने के बाद, सज्जाद नोमानी ने सभी मुसलमानों से महाविकास अघाड़ी को वोट देने की अपील की थी। इस 17 सूत्रीय मांगों में से एक मांग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाना भी थी। इसके साथ ही अन्य मांगे भी हिंदू-विरोधी थीं।
२. महाराष्ट्र में हिंदुओं की सुरक्षा पर हमला होने वाला था। यह हमला हिंदुओं ने मतपेटी के माध्यम से पलट दिया। देश और राज्य में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए हिंदुओं ने हिंदू-हितकारी सरकार चुनी है।
Hindu Janajagruti Samiti Pressnote !
Date: 23.11.2024
This is the victory of the united strength of Hindus…
Hindus pressed one button, and the government was formed; If they form a united fist, a Hindu Rashtra is certain! – Hindu Janajagruti Samiti
By correcting the… pic.twitter.com/WBXf4rXUmw
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) November 23, 2024
३. महाराष्ट्र में सुराज्य लाने के लिए संस्कृति-निष्ठ, सुरक्षा और समृद्धि को प्राथमिकता देने वाले उम्मीदवारों को वोट देने का अनुरोध समिति ने ‘सुराज्य अभियान’ के माध्यम से किया था।
४. कई हिंदू संगठनों ने मतदान जागरूकता अभियान चलाए थे। इसके परिणामस्वरूप, हिंदू मतदाता बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले, मतदान का प्रतिशत भी बढ़ा, और राज्य में हिंदुत्ववादी और राष्ट्रवादी विचारों की सरकार बहुमत से आई। इस हेतु कई साधु-संत, हिंदुत्ववादी संगठन, आध्यात्मिक संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं और राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने संगठित होकर मेहनत की और जागरूकता फैलाई। इसी कारण यह हिंदुओं की संगठित शक्ति की जीत है। इस विजय के लिए हम आगामी हिंदुत्ववादी सरकार को बधाई देते हैं।