झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पुन: बहुमत की ओर बढ रहे हैं

सत्ता ने भा.ज.पा. को पुनः एक बार दिया झटका !

रांची (झारखंड) – महाराष्ट्र के साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सत्तारूढ झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिलेगा और भा.ज.पा. एक पुन: सत्ता पाने में विफल हो गई है। इन ८१ सीटों वाले झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा अघाडी ५० सीटों पर आगे चल रही है, जबकि भा.ज.पा ३० सीटों पर आगे चल रही है। मतगणना के प्रारंभिक काल में ऐसा लग रहा था कि भा.ज.पा को बहुमत मिल जाएगा, किन्तु आगे के चरणों में भा.ज.पा. पिछड गई और गठबंधन बहुमत की ओर बढने लगा।

२०१९ के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा को ३० एवं कांग्रेस को १६ सीटें मिलीं तथा इन दलों का गठबंधन सत्ता में आया था।

संपादकीय भूमिका 

झारखंड में मुक्ति मोर्चा सरकार की वापसी का अर्थ है कि घुसपैठिये मुसलमानों को खुली छूट मिल जाएगी, यह देश और धर्म के लिए अत्यंत खतरनाक है और केंद्र सरकार को इस पर तीक्ष्ण दृष्टि रखने की नितांत आवश्यकता है !