यदि शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए छुट्टी मिल सकती है, तो मंगलवार को हनुमान चालीसा के लिए क्यों नहीं ? – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

आसाम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का प्रश्न

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

रांची (झारखंड) – “यदि शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए स्कूल बंद किए जा सकते हैं, तो मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए स्कूल क्यों बंद नहीं किए जा सकते?” यह सवाल असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने झारखंड में एक जनसभा के दौरान उठाया। झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

१. मुख्यमंत्री श्री सरमा ने आगे कहा, “हम हिन्दू साम्प्रदायिक नहीं हैं। जब संविधान बनाया जा रहा था, तो संविधान सभा के सभी सदस्य हिन्दू थे। हम यह कह सकते थे कि देश में मंगलवार को छुट्टी होनी चाहिए; लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हमने बड़े दिल से यह स्वीकार किया कि रविवार को स्कूल बंद रहें। लेकिन आज झारखंड में शुक्रवार को स्कूल बंद होने लगे हैं। अगर आप शुक्रवार को स्कूल बंद कर सकते हैं, तो मंगलवार को स्कूल बंद करने का साहस भी हममें है।”

२. पिछले साल झारखंड के जामताड़ा के बाद दुमका जिले के ३३ स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी का मुद्दा सामने आने के कारण यह विवाद बढ़ गया था। उसी समय, बिहार के किशनगंज में ऐसे स्कूलों की संख्या ३७ बताई गई थी। पहले झारखंड और फिर बिहार के कुछ जिलों में कई दिनों से स्कूल रविवार को खुले रहते थे और शुक्रवार को बंद रहते थे। लेकिन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बिहार के शिक्षा विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी।