Malegaon blasts case : जीवित रही, तो न्यायालय में निश्चित उपस्थित रहूंगी !
पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह की न्यायालय के वॉरंट पर प्रतिक्रिया !
भोपाल (मध्य प्रदेश) – मुंबई के राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एन.आय.ए.) ने वर्ष २००८ में मालेगांव में हुए बम विस्फोट प्रकरण में पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर विरुद्ध अजमानती वॉरंट जारी किया है । इसमें कहा गया है कि यह वॉरंट १३ नवंबर तक लौटाया जा सकता है; परंतु इसके लिए प्रज्ञा सिंह को न्यायालय में उपस्थित होना पड़ेगा ।
#कांग्रेस_का_टॉर्चर सिर्फ ATS कस्टडी तक ही नहीं मेरेजीवन भर के लिए मृत्यु दाई कष्ट का कारण हो गएl ब्रेन में सूजन,आँखों से कम दिखना,कानो से कम सुनना बोलने में असंतुलन स्टेरॉयड और न्यूरो की दवाओंसे पूरे शरीर में सूजन एक हॉस्पिटल में उपचार चल रहा हैl जिंदा रही तो कोर्ट अवश्य जाउंगीl pic.twitter.com/vGzNWn6SzX
— Sadhvi Pragya Singh Thakur (@sadhvipragyag) November 6, 2024
इस पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने एक छायाचित्र के साथ ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘कांग्रेस का किया हुआ उत्पीड़न केवल आतंकवाद विरोधी दल की कोठरी तक सीमित नहीं है, यह जीवन भर के लिए मेरे कष्टों का कारण बना है । मस्तिष्क में सूजन, आंखों से कम दिखना, कान से कम सुनाई देना, बोलने में असंतुलन, ‘स्टेरॉईड्स’ और ‘न्यूरो’ संबंधी औषधियों के सेवन से पूरा शरीर सूजना, ऐसे कष्टों पर एक चिकित्सालय में उपचार जारी है । जीवित रही, तो न्यायालय में निश्चित उपस्थित रहूंगी ।’
मालेगांव बम विस्फोट प्रकरण में प्रज्ञा सिंह ठाकुर को इस वर्ष मार्च में भी न्यायालय ने गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था; परंतु चिकित्सकीय कारणों से वे पिछले कुछ महीनों से न्यायालय में उपस्थित नहीं हो सकी थीं ।