Canada Police Officer Suspended : कनाडा में मन्दिर पर हमला मामले में सिख पुलिस अधिकारी निलम्बित
सिख पुलिस ने लहराया था खालिस्तानी झन्डा !
ओटावा (कनाडा) – कनाडा के ब्रैम्पटन में हिन्दू सभा मन्दिर के बाहर खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शन में भाग लेने वाले पुलिस अधिकारी हरिन्दर सोही को निलम्बित कर दिया गया है । हरिन्दर सोही में पील क्षेत्रीय पुलिस बल में कार्यरत हैं। वे मन्दिर के बाहर खालिस्तानी झंडा लहराते नजर आए ।
Sergeant Harinder Sohi, a Peel Regional Police officer, suspended after global outrage, for participating with pro-Khalistani groups that attacked the Hindu Sabha Temple in Brampton, Canada.#CanadianTerrorists#CanadaTempleAttack pic.twitter.com/MCY9dQaD0g https://t.co/kj0ol4ArI3
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) November 5, 2024
पील पुलिस के मीडिया अधिकारी रिचर्ड चिन ने कहा कि मन्दिर के बाहर हिंसा की फुटेज सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है। हरिन्दर सोही प्रदर्शन में हिस्सा लेते नजर आ रहे हैं । मामले की जांच पड़ताल चल रही है । एक हिन्दू मंदिर के बाहर भारतीय राजनयिक अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में अब तक ३ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है ।
पुलिस प्रमुख निशान दुरईप्पा ने कहा कि हमले की जानकारी पहले ही मिल गयी थी । (यदि सूचना पहले ही प्राप्त हो गई थी, तो आक्रमण को रोकने के लिए प्रयास क्यों नहीं किए गए ? – संपादक) हर किसी को आवाज उठाने और अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है; लेकिन इस दौरान किसी भी तरह की हिंसा या अपराध स्वीकार नहीं किया जाएगा । हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर सजा दी जाएगी । पुलिस ने इस हमले से जुड़े ३ संदिग्धों की पहचान की है। इसमें मिसिसॉगा के दिलप्रीत सिंह बाउन्स, विकास, ब्रैम्पटन और अमृतपाल सिंह शामिल हैं। एक अन्य व्यक्ति को पुराने वारंट पर गिरफ्तार किया गया और बाद में छोड दिया गया ।
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कनाडा बिना किसी सबूत के आरोप लगाने का आदि हो गया है ! – विदेश मंत्री डाॅ.जयशंकर
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि कनाडा में मन्दिर पर हमले का मामला चिन्ताजनक है । इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी ने भी चिन्ता व्यक्त की है ।
Addressing the press alongside FM @SenatorWong in Canberra today.
🇮🇳 🇦🇺 pic.twitter.com/n44t8R6QtZ
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 5, 2024
कनाडा में भारतीय राजनयिक अधिकारियों की जासूसी भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी । कनाडा को बिना किसी सबूत के आरोप लगाने की आदत हो गई है ।
संपादकीय भूमिकाइससे पता चलता है कि चूंकि कनाडाई पुलिस बल खालिस्तान समर्थकों से भरा हुआ है, इसलिए वे खालिस्तानियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के स्थान पर उन्हें हिंदुओं को पीटने की आजादी दे रहे हैं ! |