Narendra Modi : साइबर धोखाधडी का भक्ष्य न बनें !
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नई देहली – आजकल बहुत से लोगों से भ्रमणभाष पर संपर्क किया जाता है और उन्हें डराया जाता है , उन्हें गुनाह का आभास देकर बंदी बनाए जाने का डर दिखाया जाता है, जैसे उन्होंने कोई गंभीर अपराध किया हो । पकडे जाने के भय से बचने के लिए उन्हें एक निश्चित बैंक खाते में कुछ राशि जमा करने के लिए कहा जाता है। इस प्रकार जनता को धोखा देकर और ‘डिजिटल बंदित्व ‘ की धमकी देकर साइबर अपराध किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से इस पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यदि किसी को ऐसी धमकियों का सामना करना पडे तो सभी नागरिकों को ‘रुको, सोचो और फिर कार्य करो’ के मंत्र का उपयोग करना चाहिए। यदि ऐसी कृति की जाती है तो नागरिकों को ‘डिजिटल सुरक्षा’ मिलेगी।
PM Modi warns against 'digital arrest' scams in Mann Ki Baat
“Digital arrest” refers to a type of #CyberCrime where scammers pose as law enforcement officials, threatening arrest unless victims pay a specific sum of money.#DigitalScamAlertpic.twitter.com/7wdBQ0yNpD
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 28, 2024
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि साइबर संस्थाएं ऐसे साइबर संकटों से संरक्षण देने के लिए कार्यरत हैं, तथापि नागरिकों को ऐसे अपराधों से स्वयं को संरक्षित रखने हेतु जागरूकता की आवश्यकता है। कोई भी अन्वेषण संस्था दूरभाष या ‘वीडियो कॉल’ से ऐसी पूछताछ नहीं करती। यदि कोई आपसे इस प्रकार संपर्क करता है, तो कृपया सहायता के लिए त्वरित सहायता क्रमांक ‘१९३० ‘ पर संपर्क करें और अंतरजाल www.cybercrime.gov.in पर भी इसकी सूचना दें।