Batenge to Katenge : यदि हिन्दू जाति, भाषा अथवा प्रदेश के आधार पर बटेंगे, तो कटेंगे !
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाळे की स्पष्टोक्ति
मथुरा (उत्तर प्रदेश) – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाळे ने यहां वक्तव्य देते हुए कहा, ‘यदि समाज, जाति एवं भाषाओं में भेद किया, तो हमारा (हिन्दुओं का) नाश होगा । इसलिए संगठित होना आवश्यक है । हिन्दू समाज की एकता जन-कल्याण के लिए है । वह सभी को आनंद देगी । हिन्दुओं को बांटने हेतु शक्ति कार्यरत है । उनको चेतावनी देना महत्त्वपूर्ण है ।’ वे ‘दीनदयाल उपाध्याय गाय विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र’ के परिसर में आयोजित संगठन के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की २ दिवसीय बैठक के समापन के अवसर पर पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुछ दिन पूर्व ही किए गए वक्तव्य ‘बटेंगे तो कटेंगे’ (यदि विभाजित हुए, तो मार दिए जाएंगे) के संदर्भ में होसबाळे बोल रहे थे । उन्होंने आगे कहा, ‘यदि हिन्दू समाज एकजुट नहीं रहा, तो आज की भाषा में ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसी स्थिति निर्माण हो सकती है ।’
सरकार्यवाह होसबाळे ने आगे कहा,
‘१. हिन्दुओं की एकजुटता जनकल्याण हेतु है । वह स्थायी बनाए रखना एवं अन्य लोगों का भी कल्याण करने हेतु हिन्दुओं का एकजुट रहना आवश्यक है । यह केवल बोलकर नहीं होगा, अपितु उसके लिए प्रयास करने पडेंगे, आचार भी वैसे करने पडेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है ।
२. अनेक स्थानों से धर्मांतरण के प्रकरण उजागर हो रहे हैं । श्री दुर्गापूजा एवं श्री गणेशमूर्ति विसर्जन के समय हिन्दुओं पर आक्रमण किए गए थे । हिन्दू समाज को अपनी रक्षा कर संगठित होना पडेगा ।
३. वक्फ कानून को मुसलमानों का भी विरोध !
संसद में वक्फ कानून के संदर्भ में लाए गए विधेयक के प्रश्न पर सरकार्यवाह ने कहा, ‘बहुत पूर्व में लाए गए वक्फ अधिनियम में वर्ष २०१३ में किए गए सुधार के कारण भारत में ही एक प्रकार से स्वंतत्र शाखा की स्थापना हुई थी । इसमें सक्षम अधिकारी को भी हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं था । केवल हिन्दू ही इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं, ऐसा नहीं है, अपितु मुसलमान समुदाय के अनेक व्यक्तियों ने भी इसका विरोध किया है । वक्फ द्वारा किए जा रहे अत्याचार एवं अन्यायों के कारण पीडित यही समाज है ।
४. बांग्लादेश के हिन्दुओं को सुरक्षा मिलनी चाहिए !
बांग्लादेश के संदर्भ में भारत सरकार ने सभी समाजों की सहायता की है । वहां का हिन्दू समाज वहीं रहेगा, ऐसा भी संघ का विश्वास था । पलायन नहीं, अपितु मजबूती से खडे रहना है । यदि वहां हिन्दू रहते हैं, तो उनको सुरक्षा मिलनी चाहिए । बांग्लादेश में भी संघ की विचारधारा से संबंधित लोग एकदूसरे की सहायता कर रहे हैं ।
५ ‘ओटीटी’ पर सेंसर बोर्ड चाहिए !
चलचित्रों में जिस प्रकार सेंसर बोर्ड होता है, उसी प्रकार ‘ओटीटी’ पर (ओटीटी अर्थात ‘ओवर द टाप’ । एप के माध्यमों से चलचित्र, मालिका आदि कार्यक्रम पहले देखना) कानून लाना चाहिए । इसका भी सरकार को विचार करना चाहिए । बच्चों के हाथ में भ्रमणदूरभाष संच आए हैं । ये बातें मन को चंचल बनाती हैं तथा बुरी आदतें डालती हैं । इस पर भी नियंत्रण होना चाहिए । इन से बच्चों की रक्षा करनी चाहिए ।
६ श्रीकृष्णजन्मभूमि के प्रकरण का न्यायालय समाधान करेगा !
श्रीकृष्णजन्मभूमि का प्रकरण न्यायालय में है । मुझे आशा है कि न्यायालय इस प्रश्न का शीघ्र ही समाधान ढूंढेगा । अयोध्या प्रश्न का समाधान हो गया । प्रत्येक अभियोग समान पद्धति से संभालना आवश्यक नहीं है । न्यायालय का विश्वास करें । हिन्दू समाज आवाज उठा रहा है, हम उनके साथ हैं ।’