BBC on Trial : ‘बीबीसी’ को बेनकाब करनेवाली डौक्युमेंट्री ‘बीबीसी ऑन ट्रायल’ प्रसारित !

‘सनातन प्रभात’ के प्रति विशेष आभार प्रदर्शन !

(डौक्युमेंट्री अर्थात जानकारी लघुपट !)

जयपुर (राजस्थान) – भारत एवं हिन्दूविरोधी ‘बीबीसी’ वृत्तवाहिनी को उजागर करनेवाली ‘बीबीसी ऑन ट्रायल’ नामक ‘डौक्युमेंट्री’ २५ अक्टूबर को रात्रि में ‘रिक्लेमिंग भारत’ नामक ३ दिनों के वैश्विक कार्यक्रम में प्रदर्शित की गई । इस कार्यक्रम का आयोजन यहां के ‘द जयपुर डाइलौग्ज’ नामक संस्था द्वारा किया गया है । भिन्न भिन्न सुप्रसिद्ध एवं कट्टर हिन्दुत्वनिष्ठ ऑनलाईन माध्यमों से उसका प्रसारण किया गया । डौक्युमेंट्री का निर्माता-संगठन ‘ग्लोबल हिन्दू फेडरेशन’ ने डौक्युमेंट्री के प्रसार हेतु सहयोग करनेवाले ‘द जयपुर डाइलौग्ज’, ‘स्ट्रिंग रिवील्स’, ‘प्राच्यम’, ‘स्वराज्य माग’ एवं ‘सनातन प्रभात’ के विशेष आभार प्रगट किए हैं ।

यह डौक्युमेंट्री ‘स्ट्रिंग रिवील्स’ एवं ‘प्राच्यम’ के ‘ओ.टी.टी.’ साथ ही ‘ग्लोबल हिन्दू फेडरेशन’ के यु-ट्यूब चैनल पर भी प्रसारित की गई है । इसका लेखन एवं दिग्दर्शन ‘ग्लोबल हिन्दू फेडरेशन’ के अध्यक्ष पंडित सतीश शर्मा ने किया तथा ‘स्ट्रिंग रिवील्स’ के प्रमुख विनोद कुमार ने वीडियो का संकलन किया है । भारत के साथ ही यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, एवं न्यूजीलैंड के अनेक हिन्दुओं ने इस डौक्युमेंट्री के निर्माणकार्य हेतु सहायता की है ।

इस ‘डौक्युमेंट्री द्वारा प्रस्तुत विषय !

१. यह डौक्युमेंट्री कुल १ घंटा ८ मिनट की है तथा उसके ५ भाग (चैप्टर) बनाए गए हैं । प्रत्येक चैप्टर में से बीबीसी का केवल हिन्दू एवं भारत द्वेष का चहेरा ही नहीं, अपितु उसने इरान, लिबिया, इराक आदि देशों के हितविरुद्ध वहां की सरकार को कैसे सत्ताच्युत किया, बीबीसी के निष्ठावंत संपादक एवं संवाददाताओं पर बीबीसी ने ही किस प्रकार अन्याय किया, बीबीसी के अनेक कर्मचारी यौन-शोषण अपराध में लिप्त होने के अनेक प्रमाण होते हुए भी उनपर कार्रवाई नहीं की गई आदि अत्यंत अध्ययनपूर्ण जानकारी दिखाई गई है ।

२. बीबीसी द्वारा भारत के संदर्भ में निराधार एवं वास्तविकता का भान रखे बिना किए गए वृत्तांकन (रिपोर्टिंग) के अनेक उदाहरण इसमें दिए गए हैं । उदा. २६/११ को जिहादी आतंकियों ने मुंबई पर किए आक्रमण में आक्रमणकारियों को ‘आतंकवादी’ कहने की अपेक्षा ‘बंदूकधारी’ कहा, आदि ।

३. ‘नव वसाहतवाद’ का सत्य स्वरूप विशद करते समय जहां-जहां ब्रिटेन की वसाहत थीं, वहां-वहां ब्रिटीश जाने के उपरांत उन देशों की स्थिति कितनी दयनीय बन गई है, यह दिखाने का एकतर्फा प्रयास बीबीसी द्वारा किया गया ।

४. इसमें कहा गया है कि बीबीसी का उल्लेख वर्ष १९४२ में सुभाषचंद्र बोस ने ‘ब्लफ एंड ब्लस्टर कार्पोरेशन’ इस प्रकार किया था । इसके साथ ही डौक्युमेंट्री में से अनेक स्थानों पर ‘सामूहिक विनाश का हथियार अर्थात बीबीसी’, ‘वृत्तसेवा’ के भेष में वैश्विक युद्ध का एक गुप्त साधन (औजार) अर्थात बीबीसी‘, ‘दोहरी भूमिका नहीं, अपितु अधिकारों का डंका बजानेवाली बीबीसी’, ‘समाचारों का युद्ध के रूप में प्रयोग करनेवाली बीबीसी’ इस प्रकार बीबीसी का उचित चित्रण किया गया है ।

५. वर्ष २०१९ से २०२१ के ३ वर्षों की समयावधि में बीबीसी भारत में पूरे १७३ प्रतिशत वृद्धिंगत हुई, तो इसी समयावधि में उसकी वैश्विक वृद्धि केवल ३५ प्रतिशत हुई । वर्ष २०२० में विदेशी हस्तकों (एजेंटों) के माध्यमों से देहली में भारतद्वेषी किसान आंदोलन हुआ, जो हमें भूलना नहीं चाहिए ।

यह डौक्युमेंट्री देखने के लिए आगे दी गई ‘लिंक’ खोलें ! : bbcontrial.com