हरियाणा में पुनः बीजेपी, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार
उमर अब्दुल्ला होंगे जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री !
नई दिल्ली- देश के हरियाणा तथा जम्मू-कश्मीर राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गणना ८ अक्टूबर को की गई । हरियाणा में बीजेपी को बहुमत मिला है, जबकि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस तथा कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला है । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला के नाम की घोषणा उनके पिता तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने की ।
जम्मू-कश्मीर की जनता ने पीडीपी को नकारा !
१. कश्मीर को विशेष स्थान देने वाले अनुच्छेद ३७० को हटाए जाने के पश्चात यहां पहली बार विधानसभा चुनाव हुए ।
२. जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस तथा कांग्रेस के गठबंधन ने ४९ सीटों पर जीत प्राप्त की है, जबकि बीजेपी ने २९ सीटों पर जीत प्राप्त की है । पिछले चुनाव में बीजेपी ने ३० सीटें जीती थीं ।
३. पिछली बार महबूबा मुफ्ती की पार्टी बीजेपी तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने मिलकर सरकार बनाई थी । हालांकि इस बार दोनों बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके । इस वर्ष पीडीपी को केवल ४ सीटों पर बढ़त मिली । इसलिए देखा जा रहा है कि कश्मीर की जनता ने पीडीपी को नकार दिया है ।
४. जम्मू-कश्मीर में पहली बार आम आदमी पार्टी का खाता खुला है । डोडा विधानसभा क्षेत्र में आप प्रत्याशी मेहराज मलिक ने जीत प्राप्त की है ।
हरियाणा में कांटे की टक्कर में बीजेपी की जीत !
१. चुनाव के पश्चात के विभिन्न परीक्षणों में हरियाणा में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई । उन्ही अनुमानों के अनुसार, सुबह जब हरियाणा में मतों की गणना आरंभ हुई तो यह भी देखने को मिला कि कांग्रेस बहुमत की ओर बढ़ रही है । सुबह १० बजे तक यही स्थिति रही । लेकिन फिर अचानक परिवर्तन हुआ तथा बीजेपी को ४८ सीटों पर बढ़त मिल गई तथा ऐसा लग रहा था कि वह बहुमत में है । शाम तक यह संख्या स्थिर रही ।
२. इस पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह उठाया। (जिसको अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं होता, वह इस तरह के निराधार आरोप लगाता है ! – संपादक)
३. ८ अक्टूबर की सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता प्रसन्नता से झूम रहे थे; लेकिन प्राथमिक राउंड में ही कांग्रेस की प्रसन्नता पर पानी फिर गया कि बीजेपी ने बढ़त बना ली ।
४. इसके उपरांत अब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा सांसद जयराम रमेश चुनाव आयोग में शिकायत प्रविष्ट कराएंगे । जयराम रमेश ने कहा, १० से १२ राउंड की मतगणना के परिणाम सामने आ चुके हैं; लेकिन संकेतस्थल पर केवल ४-५ राउंड ही दिखाए जा रहे हैं । संकेतस्थल ने भी गलत समाचार दिखाया है । लोकसभा चुनाव में भी कुछ ऐसा ही हुआ । चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है । उनके लिए इस प्रकार से स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाना ठीक नहीं है ।
महिला पहलवान विनेश फोगाट विजयी !
महिला पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस से जुलाना सीट से चुनाव लड़ रही थीं । वे जीत गई हैं । उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार योगेश बैरागी को पराजित किया ।
(और इनकी सुनिए…) ‘आइए जेल में बंद निर्दोष लोगों को बाहर निकालने का प्रयास करें !’ – फारूक अब्दुल्ला का हरा थूक
मतों की गणना के समय संकेतस्थल से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि १० वर्ष उपरांत जनता ने हमें बहुमत दिया है । हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि हम लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें ।’ जम्मू-कश्मीर में हमारी सरकार ‘पुलिस राज’ नहीं बल्कि जनता का राज होगी ।’ हम निर्दोष लोगों को जेल से बाहर निकालने का प्रयास करेंगे । मीडिया स्वतंत्र होगा । हिन्दू तथा मुसलमानों के बीच विश्वास निर्माण करना होगा । मुझे आशा है कि भारतीय गठबंधन में हमारे सहयोगी जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा पुनः दिलाने के लिए हमारे साथ खड़े होंगे ।
संपादकीय भूमिकाअब्दुल्ला कैसे निश्चय करेंगे कि कौन निर्दोष है तथा कौन आतंकवादी ? क्या वे निर्दोषत्व के नाम पर आतंकवादियों को बाहर निकालने जा रहे हैं ? |
हरियाणा में अंतर्गत कलह से कांग्रेस की हार !
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”हरियाणा में कांग्रेस की हार से मैं दुखी हूं । मुझे लगता है कि ये सब उनके अंतर्गत विवाद के कारण हुआ ।
किश्तवाड़ सीट से बीजेपी की २९ वर्षीय शगुन परिहार जीतीं !
बीजेपी की २९ वर्षीय शगुन परिहार ने किश्तवाड़ सीट से मात्र ५२१ वोटों से जीत प्राप्त की है । शगुन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सज्जाद अहमद किचलू को हराया । शगुन के पिता अजीत परिहार तथा उनके चाचा वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल परिहार की १ नवंबर, २०१८ को आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी ।
चुनाव प्रचार के समय शगुन परिहार ने कहा था कि उन्हें मिलने वाला प्रत्येक मत उनके परिवार के जीवन के लिए नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर में जिहादी आतंकवादियों के हाथों मारे गए सभी परिवारों के जीवन के लिए होगा ।