मुझे जेल मे भेजो ; लेकिन मैं रिश्वत नहीं दूँगा !
एक व्यापारी ने सरकारी कार्यालय में अपने कपड़े उतार दिये और बयान किया
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां वस्तु एवं सेवा कर ( जी.एस.टी.) कार्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें एक व्यवसायी को कार्यालय में कपड़े उतारकर बैठे हुए दिखाया गया है। वह उससे रिश्वत मांगने से नाराज है और कहता है, मेरे पास पैसे नहीं हैं । मुझे जेल भेजो । जीएसटी अधिकारियों ने उनसे २ लाख रुपये की रिश्वत की मांग की; लेकिन उसने नहीं दिया । इसके चलते व्यापारी ने आरोप लगाया कि अधिकारी उसे परेशान कर रहे हैं।
१. इस वीडियो में अक्षय जैन नाम के व्यवसायी पहले अपनी कमीज और फिर पतलून उतारते नजर आ रहे हैं । इसके बाद वे मात्र अंतर्वस्त्र में ही ध्यान मुद्रा में बैठे हुए हैं।
२. जैन ने कहा, ”मेरठ से मेरे प्रतिष्ठान द्वारा बुलाई गई लोहा लानेवाली रेल को रोक दिया गया और मुझ पर कर चोरी का आरोप लगाया गया। मैंने किसी कर की चोरी नहीं की है; लेकिन अधिकारियों ने मुझ पर जुर्माना लगाया। इस कारण वे कार्यालय पहुंचे और कपड़े उतार कर नीचे बैठ गये ।
३. इस घटना के बाद जी.एस.टी विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है ।
४. सोशल मीडिया पर आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है, ”यह घटना न सिर्फ एक व्यक्तिगत मामले को दर्शाती है, बल्कि भ्रष्ट प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी अहम सवाल उठाती है ।”
संपादकीय भूमिकाभ्रष्टाचार से ग्रस्त देश की दुर्दशा इस घटना से आंकी जा सकती है। भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ग्राम स्तर से लेकर शहरों तक राष्ट्र-प्रेमी एवं धर्म-प्रेमी शासकों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नितान्त आवश्यकता है। इसके लिए हमें एक हिन्दु राष्ट्र की सख्त आवश्यकता है ! |