Bangladesh Hindu deities vandalised : बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले हिंदू देवताओं की १६ मूर्तियों को तोड़ा गया !

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है ।
केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के पबना जिले के सुजानगर उपजिले में स्थित ‘ऋषिपारा बारवारी पूजा मंडप’ और ‘माणिकादी पालपारा बारवारी पूजा मंडप’ में हिंदू देवताओं की मूर्तियों को तोड़ा गया। ऋषिपारा मंडप में ४ और माणिकादी मंडप में ५ मूर्तियों को तोड़ा गया। इस घटना से यहां के हिंदुओं में डर का माहौल है। उन्होंने बांग्लादेशी सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। खास बात यह है कि घटना के समय बार-बार फोन करने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। घटना के बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां वहां पहुंचीं।

बांग्लादेश के सुजानगर उपजिले के ५१ मंदिरों में दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जाएगा, लेकिन इस घटना के कारण हिंदुओं में डर का माहौल है। सुजानगर उपजिला कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद राशिदुज्जमान ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी, इसके लिए हम उनकी तलाश कर रहे हैं। प्रत्येक मंदिर की सुरक्षा के लिए स्थानीय लोगों की एक समिति भी गठित की गई है।

किशोरगंज में भी मूर्तियों को तोड़ा 

ढाका डिवीजन के किशोरगंज के गोपीनाथ जिउर अखाड़ा दुर्गा पूजा मंडप में हिंदू देवताओं की ७ मूर्तियों को तोड़ा गया। मंदिर की सुरक्षा के लिए तैनात रक्षक सो रहे थे, उसी समय यह घटना घटी। जिहादियों ने दीवार तोड़ी और मूर्तियों के सिर तोड़ दिए। इस तोड़फोड़ के विरोध में हिंदुओं ने उसी दिन विरोध मार्च निकाला। जिला आयुक्त फौजिया खान और पुलिस अधीक्षक मोहम्मद हसन चौधरी ने हिंदुओं को आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। जिला पूजा उत्सव समिति के अध्यक्ष नारायण दत्ता प्रदीप ने कहा कि इस तोड़फोड़ से हिंदू अत्यंत दुखी हैं। यहां पर इस समय डर का माहौल है। अगर ऐसी घटनाएं जारी रहीं, तो हम अपने धार्मिक त्योहार कैसे मना पाएंगे?

जिलाधिकारी कार्यालय में जिला आयुक्त फौजिया खान की अध्यक्षता में एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसमें वरिष्ठ पुलिस, सेना और रैपिड ऐक्शन बटालियन के अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में हिंदू नेताओं ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को फिर से दोहराया।

संपादकीय भूमिका

भारत में अगर गलती से भी किसी मस्जिद पर पत्थर फेंका जाता है, तो इस्लामी देश हंगामा मचा देते हैं; लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ ऐसी घटनाएं बार-बार होने के बावजूद सब कुछ शांत है !