Boycott Thook N Urine Jihadist In UP : अन्नपदार्थों में थूक अथवा मूत्र मिलानेवालों का इससे आगे बहिष्कार !

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) यहां हिन्दू महापंचायत द्वारा घोषणा

मूत्र और थूक जिहाद के विरुद्ध हिन्दू महापंचायत

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – अन्नपदार्थों में थूक मिलानेवाले लोगों पर इससे आगे आर्थिक एवं सामाजिक बहिष्कार करने की घोषणा यहां एकत्रित हिन्दू महापंचायत ने की है । महापंचायत की ओर से इस विषय में निवेदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के साथ ही स्थानीय विधायक एवं पुलिस अधीक्षक को दिया गया है । टिला गांव में २२ सितंबर को हिन्दू संगठनों ने सभी हिन्दू समाज को एकत्रित कर यह महापंचायत बुलाई थी । इनमें साधु-संतों के साथ ही पंचकोशी के सहस्रों हिन्दू सहभागी हुए थे ।

जाति अलग रखकर हिन्दू समाज को संगठित होना पडेगा ! – स्वामी दीपंकर महाराज

स्वामी दीपंकर महाराज

महापंचायत को संबोधित करते समय स्वामी दीपंकर महाराज ने कहा, ‘जाति अलग रखकर हिन्दू समाज को संगठित होना पडेगा । पूरे समाज को एकत्रित होने का समय आ गया है ।’

साध्वी डॉ. प्राची

साध्वी डॉ. प्राची ने कहा, ‘हिन्दू समाज के सभी समुदायों को एकत्रित होना पडेगा । अन्य समाज के लोग, हिन्दू लड़कियों तथा महिलाओं को फंसाने हेतु हिन्दू नाम अपना रहे हैं । यदि उन्हें हिन्दू नाम इतने ही पसंद हैं, तो उन्हें अपना धर्म परिवर्तित कर हिन्दू धर्म अपनाना जाहिए, हम उनको स्वीकार करेंगे ।’

लोणी के भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर

लोणी के भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी पंचायत में उपस्थित थे । उन्होंने लोगों को संबोधित किया । इस समय सभी ने खाद्यपदार्थों में थूक अथवा मूत्र मिलानेवाले लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग भी की है ।

१० दिन पूर्व ही हुई थी घटना !

सामने आया था कि यहां १५ सितंबर को फल का रस (फ्रुट-जूस) बेचनेवाला आमिर खान ग्राहकों को रस में अपना मूत्र मिलाकर पीने को दे रहा था । उसके इस घिनौने कृत्य की जानकारी मिलते ही क्रुद्ध लोगों ने आरोपी आमिर खान एवं उसके एक सहकर्मी को पीटकर पुलिस के नियंत्रण में सौंपा था । लोगों के आमिर खान की दुकान में प्रवेश करते ही वहां प्लास्टिक के कैन में एक लिटर मूत्र मिला । इस प्रकरण में पुलिस ने आमिर खान एवं उसके सहकर्मी को बंदी बनाया है ।

संपादकीय भूमिका 

यदि पुलिस ‘थूक जिहाद’ करनेवालों पर समय के रहते ही कार्यवाही करती, तो जनता इस प्रकार का निर्णय न लेती !