(और इनकी सुनिए…) ‘अमित शाह का बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने का कथन निंदनीय है !’ – बांग्लादेश विदेश मंत्रालय

  • बांग्लादेश विदेश मंत्रालय की भारत विरोधी प्रतिक्रिया

  • झारखंड में बढती बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या पर लगाम लगाने के लिए शाह ने दिया था वक्तव्य !

ढाका (बांग्लादेश) – झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकालने का वक्तव्य दिया । बांग्लादेश ने अब सार्वजनिक रूप से इसकी निंदा की है । बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि शाह का वक्तव्य आपत्तिजनक है तथा ढाका में भारत के उपउच्चायुक्त को निषेध पत्र दिया है । इसमें लिखा गया है कि हमारे विदेश मंत्रालय ने इस कथन को गंभीरता से लिया है तथा यह कथन अति दुखदायक एवं दुस्साहसपूर्ण है । हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह राजनीतिक नेताओं से ऐसे आपत्तिजनक और अस्वीकार्य वक्तव्य न देने को कहें । पत्र में आगे कहा गया है कि इस प्रकार के वक्तव्य दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और समझ को कमजोर करते हैं ।

राज्य में भाजपा की सरकार बनी तो घुसपैठियों को उल्टा लटका देंगे ! – केंद्रीय गृह मंत्री

२० सितंबर को अमित शाह ने झारखंड के गिर्द और साहिबगंज की सार्वजनिक सभाओं में राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती समस्या पर तीखे वक्तव्य किए थे । इस बार उन्होंने बांग्लादेश में घुसपैठियों के मुद्दे पर झारखंड उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार द्वारा प्रविष्ट किए प्रतिज्ञापत्र का स्रोत उठाया । शाह ने कहा था कि यदि घुसपैठ पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो अगले २५-३० वर्षों में ये बहुसंख्यक हो जाएंगे । क्या आप चाहते हैं कि आपके शहर घुसपैठियों से भर जाएं ? क्या हेमंत सोरेन इसे रोक सकते हैं ? क्या कांग्रेस भी रोकेगी घुसपैठ ? वे यह कैसे कर सकते हैं ? ये घुसपैठिए झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस की मतपेटियां हैं । अगर लोगों ने बीजेपी को चुना तो हम रोहिंग्या तथा बांग्लादेशियों को राज्य से बाहर निकाल देंगे । वे हमारी संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं । वे हमारी भूमि पर कब्जा कर रहे हैं । वे आपकी बेटियों के साथ झूठे विवाह कर आपका रोजगार छीन रहे हैं । यदि हम चुने गए तो घुसपैठियों को उल्टा लटका देंगे ।’

संपादकीय भूमिका 

  • पिछले डेढ महीने में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर २००० से अधिक आक्रमण हुए हैं । वहां की सरकार ने आक्रमणकारी धर्मांध मुसलमानों के विरुद्ध कुछ क्यों नहीं किया ?, भारत के विदेश मंत्रालय को अब बांग्लादेश से पूछना चाहिए !
  • ‘एक तो चोरी दूसरा सीनाजोरी’ ऐसे बांग्लादेश का केवल झारखंड के हिन्दुओं को ही नहीं, अपितु सभी भारतीयों को सार्वजनिक रूप से विरोध करना चाहिए !