S Jaishankar On Pakistan : पाकिस्तान के साथ चर्चा करने का समय समाप्त हो गया !
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नई देहली – पडोसी देश के साथ (पाकिस्तान के साथ) चर्चा का समय समाप्त हो गया । अब उसके साथ किस प्रकार के संबंधों की कल्पना करें ? हमने पहले पाकिस्तान के साथ चर्चा करने के अनेक प्रयास किए; लेकिन आतंकवाद के सूत्र पर उसकी दोहरी नीति के कारण यह संभव नहीं हुआ । पाकिस्तान को यह सूत्र समझना चाहिए कि, चर्चा के लिए उसे आतंकवाद पूर्णरूप से नष्ट करना होगा, ऐसे शब्दों में भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने यहां एक कार्यक्रम में बोलते समय ‘पाकिस्तान से कोई भी चर्चा नहीं की जाएगी’, यह स्पष्ट किया । इस समय डॉ. जयशंकर ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और मालदीव से संबंधित कुछ सूत्रों पर मत रखे ।
𝗘𝗿𝗮 𝗼𝗳 𝘂𝗻𝗶𝗻𝘁𝗲𝗿𝗿𝘂𝗽𝘁𝗲𝗱 𝗱𝗶𝗮𝗹𝗼𝗴𝘂𝗲 𝘄𝗶𝘁𝗵 𝗣𝗮𝗸𝗶𝘀𝘁𝗮𝗻 𝗶𝘀 𝗼𝘃𝗲𝗿 – EAM Dr. S Jaishankar
He also made it clear that for discussions to take place, #Pakistan must first fully eradicate terrorism.#GeoPolitics #WorldNews pic.twitter.com/HaBc8YDnrO
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) August 30, 2024
डॉ. जयशंकर द्वारा रखे सूत्र
१. पडोसी हमेशा ही एक मुसीबत के समान होता है । ऐसा कौन सा देश है, जिसे उसके पडोसियों से चुनौतियां नहीं ?
२. भारत अब आतंकवाद और चर्चा दोनों को इकट्ठा देख नहीं सकता । पाकिस्तान को यदि भारत के साथ चर्चा करनी है, तो उसे उसकी नीतियों पर पुनर्विचार करना होगा ।
३. बांग्लादेश की विद्यमान सरकार से हम चर्चा करेंगे । यह हमारे लिए प्राकृतिक बात है । हमें यह स्वीकार करना होगा कि बांग्लादेश में राजनीतिक परिवर्तन हुआ है और यह खतरनाक हो सकता है । यहां हमें एक दूसरे के हितों की बातों की ओर लक्ष्य केंद्रित करना होगा ।
४. मालदीव के प्रति हमारे दृष्टिकोण में बदलाव आए हैं । यहां स्थिरता की कमी है । यह ऐसा संबंध है, जिसमें हमने बहुत निवेश किया है ।
५. सामाजिक स्तर पर लोगों के बीच के संबंध मजबूत हैं । आज भारत के अफगानिस्तान के साथ की नीति की समीक्षा करने के उपरांत हमारे ध्यान में आएगा कि, हम अपने हितों को लेकर पूर्णतया स्पष्ट हैं । हमें यह समझना चाहिए कि अमेरिका की उपस्थिति के समय का अफगानिस्तान और अब, जब अमेरिका वहां नहीं है, तब के समय के अफगानिस्तान में अत्यंत भिन्नताएं हैं ।
पाकिस्तान की ओर से शंघाई सहकार्य संगठन के बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में १५ और १६ अक्टूबर को होने वाले शंघाई सहकार्य संगठन की बैठक के लिए पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है । पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने पत्रकार परिषद में यह जानकारी दी ।