धर्म भूलने के कारण भारत के विविध क्षेत्रों के हिन्दुओं को एक दूसरे के प्रति निकटता प्रतीत नहीं होती ! 

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘भारत के 28 राज्य एवं 8 केंद्रशासित प्रदेशों की भाषाएं, रीतियां अलग अलग  हैं, तब भी उन्हें ‘हम एक ही हैं’, ऐसा लगने का एकमात्र कारण है हिन्दू धर्म ! उसकी उपेक्षा करने के कारण हिन्दुओं की स्थिति दयनीय हो गई है। कश्मीर के हिन्दुओं की स्थिति कितनी दयनीय है, यह सभी को ज्ञात ही है ।.’

✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक