हिन्दुओं को २४ घंटे देंगे तो उल्हासनगर के बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को खदेड देंगे ! – विधायक नितेश राणे, भाजपा
उल्हासनगर – मैं विधायक के तौर पर नहीं, बल्कि हिन्दू के रूप में आपको (पुलिस को) शक्ति देने के लिए आया हूं । उल्हासनगर में आज जो कुछ चल रहा है , यह आपको पता नहीं । उल्हासनगर के एक-एक घर में ४०-४० बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान रहते हैं । वह किसकी अनुमति से रह रहे हैं ? इनपर पुलिस कार्यवाही न होने के कारण ही वे रह रहे हैं । आप (पुलिस) हमें केवल २४ घंटे दे, हम उन्हें यहां से साफ करेंगे, ऐसा विधान भाजपा के विधायक नितीश राणे ने यहां हुए भव्य हिन्दू जनआक्रोश मोर्चा में किया । यहां हुए हिन्दुओं के धर्मांतरण की घटना के उपरांत सकल हिन्दू समाज की ओर से विधायक नितेश राणे के नेतृत्व में शहर में तहसीलदार कार्यालय तक भव्य मोर्चा निकाला गया था । जिसमें बडी संख्या में नागरिक सहभागी हुए थे । मोर्चे में धर्मांतरण की घटनाओं पर तीव्र विरोध व्यक्त किया गया । ‘उनका अली, हमारा बजरंगबली’ ऐसा नारा लगाते हुए विधायक राणे ने भाषण आरम्भ किया ।
उन्होंने आगे कहा,
१. सलीम अंसारी, बाबा अंसारी आज जीवित हैं क्या ? धर्मांतरित हुई लडकी के पीडित हिन्दू परिवार से भेंट की । उससे पिता मिलने गए, तो पुलिस कहती है, ‘आप नहीं मिल सकते ।’
२. धर्मांतरण की हुई उस लडकी के पिता के घर हरे सांप आए और उन्होंने घर का मंदिर जला दिया । आज यदि आप हिन्दू के रूप में जागृत नहीं हुए, तो आप पूजा भी नहीं कर सकते ।
३. पुलिसवालों, आपको बताता हूं, ये जिहादी कभी भी आपकी ओर से नहीं आएंगे । आजाद मैदान में राजा अकादमी ने क्या किया , उसे याद करें । २ दिनों पूर्व नासिक में क्या हुआ । हरे चुलबुल करने लगे; लेकिन हिन्दुओं ने उन्हें ताकत दिखाई । पत्थरबाजी उन्होंने की लेकिन हिन्दुओं ने उन्हें प्रति उत्तर दिया ।
क्या है प्रकरण ?
कुछ माह पूर्व कुर्ला में रहने वाली कल्पना चौधरी की लडकी दृष्टि चौधरी का धर्मांतरण किया गया । इस प्रकरण में जाली कागजात देकर धर्मांतरण किए जाने का और फंसाने का आरोप परिवार ने लगाया था । पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट होने के उपरांत पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए दृष्टि चौधरी और सलीम अन्सारी दोनों को बंदी बनाया था । इस प्रकरण के विरोध में मोर्चा निकाला गया ।
विधायक नितेश राणे ने कल्पना चौधरी और उसके परिवार से भेंट कर समता नगर परिसर में धर्मांतरण के प्रकरण की जानकारी ली । इसके उपरांत मोर्चे का आयोजन किया गया । तहसीलदार को दिए निवेदन में हिन्दू संगठनों ने धर्मांतरण के संबंध में कार्यवाही करने की मांग की ।