Mumbra Tipu Sultan Posters : मुंब्रा में ‘सोशीयल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ के तिरंगा जुलूस में कट्टरपंथियों ने फहराए टिपू सुलतान के फलक !

  • पुलिस ने जुलूस को रोका !

  • ‘टिपू सुलतान जिंदाबाद’ की घोषणाएं : हिन्दू संतप्त !

तिरंगा जुलूस में टिपू सुलतान के फलक (छायाचित्र सौजन्य – लोकसत्ता)

थाना – १५ अगस्त (समाचार) – मुंब्रा में स्वतंत्रतादिन के अवसर पर ‘सोशीयल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ ने तिरंगा जुलूस निकाला था । इसमें धर्मांधों ने टिपू सुलतान के छायाचित्र के फलक हाथ में लिए थे । कुछ लोगों ने ‘टिपू सुलतान जिंदाबाद’ की घोषणाएं की । तनाव निर्माण न हों, इसलिए पुलिस ने जुलूस को रोका । इस कारण धर्मांधों ने इसका निषेध किया ।

‘टिपू सुलतान जिंदाबाद’ की घोषणाएं करने से हिन्दुओं ने रोष व्यक्त किया है । स्थानीय पुलिस ने टिपू सुलतान के छायाचित्र रहे फलक हटाने का आदेश देने पर स्थानीय मुसलमान नेता एवं कार्यकर्ताओं ने पुलिस से विवाद किया । (क्या ऐसे लोगों पर पुलिस कार्यवाही करेगी अथवा सदैव की भांति भयभीत होकर चुप बैठेगी ? – संपादक)

टिपू का जयकार करनेवालों को उचित समय आने पर कुचल देंगे ! – विधायक नितेश राणे, भाजपा

नितेश राणे

टिपू सुलतान के फलक लगानेवालों का उचित समय आने पर कुचलने का समारोह हमने हाथ लिया है । टिपू सुलतान के सामने की ओर उन लोगों को शीघ्र ही सुलाया जाएगा (गाड दिया जाएगा) ।

संपादकीय भूमिका 

  • मुस्लिमों की भावनाएं आहत होती हैं; इसलिए महाराष्ट्र में अफजलखानवध का फलक लगाने से प्रतिबंधित किया गया है; जबकि लाखो हिन्दुओं का बल से धर्मांतरण, सहस्रो हिन्दू महिलाओं का बलात्कार एवं सहस्रो मंदिरों को ध्वस्त करनेवाले हिन्दूद्वेषी टिपू सुलतान का फलक वाजेगाजे के साथ शहर में घुमाने को अनुमति दी जाती है ! यह १०० करोड हिन्दुओं को लज्जाजनक ! टिपू सुलतान के फलकों पर केवल महाराष्ट्र में ही नहीं, अपितु पूरे देश में प्रतिबंध लगाने हेतु क्या हिन्दू एकत्रित होंगे ?
  • मुंब्रा में हिन्दूद्वेषी टिपू सुलतान का चित्र लगाने के पीछे किसका समर्थन है ?, यह बात जनता के सामने आनी चाहिए ! अब हिन्दुओं को ही संगठित होकर ऐसे लोगों पर कार्यवाही होने हेतु सरकार पर वैध मार्ग से दबाव डालना चाहिए !
  • क्या यह हिन्दुओं को चिढाने का एवं आक्रामकों में जोश भरने का प्रकार नहीं है ? इससे हिन्दू विरुद्ध कुछ षड्यंत्र तो रचा नहीं जा रहा है न ?, पुलिस को इसकी जांच कर सत्य जनता के सामने लाना आवश्यक है !