The New york Times : (और इनकी सुनिए… ) ‘बांग्लादेश में हिन्दुओं पर जो आक्रमण हुआ यह मुसलमानों द्वारा लिया हुआ बदला है !’ – न्यूयॉर्क टाइम्स

‘अवामी लीग’ पार्टी का समर्थक करने पर हिन्दुओं पर आक्रमण ! – भारत का मुस्लिम समर्थन करने वाली वृत्त संकेतस्थल’ स्क्रॉल ‘

न्यूयॉर्क (अमेरिका)/देहली – जिहादी कट्टरपंथी मुसलमानों ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण आरंभ कर दिए हैं। कई हिन्दू मारे गए और सैकडों  हिन्दू घरों और दुकानों को लूट लिया गया तथा आग लगा दी गई। कई मंदिरों को आग लगा दी गई और कुछ हिन्दू महिलाओं के साथ बलात्कार भी किया गया। इस प्रकार पश्चिमी मीडिया ने हिन्दू विरोधी रिपोर्टिंग की है । न्यूयॉर्क टाइम्स ने बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा को ‘मुसलमानों का प्रतिशोध’ करार दिया है, जबकि हिन्दू विरोधी भारतीय समाचार साइट ‘स्क्रॉल’ ने भारत में हिन्दुओं के विरोध मे हिंसा का आरोप लगाया है।

बांग्लादेश में हिंसा पर ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ द्वारा पहले पन्ने पर लिखी गई मुख्य पंक्तियां  इस प्रकार हैं…!

१.  आर्टिकल की मुख्य पंक्ति में ही लिखा गया है, ‘बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को प्रतिशोध बताया गया है। इसके माध्यम से यह दैनिक यह कहना चाहता है कि पहले हिन्दुओं ने इस्लामिक कट्टरपंथियों पर अन्याय किया था जिसका प्रतिशोध अब लिया जा रहा है ।

२. हिन्दुओं पर इसलिए हमला नहीं किया जा रहा है क्योंकि हमलावर कट्टरपंथी इस्लामवादी हैं, अपितु इसलिए कि वे शेख हसीना के समर्थक हैं । इससे वह यह कहना चाहते हैं कि यह हमला धार्मिक नहीं अपितु राजनीतिक है ।

‘स्क्रॉल.इन’ ने बांग्लादेश में हिन्दू विरोधी हिंसा के लिए भारत में हिन्दुओं को दोषी ठहराया

‘स्क्रॉल’ ने कहा,

१. सत्तावादी अवामी लीग सरकार के सत्ता से सफलतापूर्वक निष्कासित होने के पश्चात भी उसके विरोध मे आक्रोश हिंसक घटनाओं के रूप में प्रकट हो रहा है। प्रयेक सत्ता परिवर्तन के बाद हिंसा होती है तथा यह सामान्य बात है ।

२. दक्षिणपंथी भारतीय मीडिया बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा के समाचार दिखाकर स्थिति को और अधिक भयावह कर रहा है। वास्तव में इस्लामिक कट्टरपंथियों तथा ‘जमात-ए-इस्लामी’ के लोगों द्वारा की गई हिंसा के लिए हिन्दू भी दोषी हैं।

३.  दंगाई हिन्दुओं पर आक्रमण कर रहे हैं क्योंकि वे उन्हें लूटना चाहते हैं।

संपादकीय भूमिका 

  • हिन्दू-विरोधी वैश्विक ‘इकोसिस्टम’ (प्रणाली) किस प्रकार काम कर रहा है, यह उसका नवीनतम उदाहरण है ! हम ऐसे मीडिया से और क्या आशा कर सकते हैं जो सदैव हिन्दूओं को हेय दृष्टि से देखता है तथा उन्हें आतंकवादी, बलात्कारी, असहिष्णु आदि कहता है ?
  • यदि भारत सरकार स्वयं को ‘हिन्दुओं की सरकार’ के रूप में प्रस्तुत करना चाहती है, तो उसे भारत में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, और ‘स्क्रॉल डॉट इन’ को भी भारत-विरोधी के रूप में प्रतिबंधित करना चाहिए !
  • यदि बदला लेने का नियम प्रत्येक स्थान लागू हो तो क्या मीडिया में ये हिन्दू-द्वेषी कहेंगे कि ‘गुजरात दंगे हिन्दूओं द्वारा गोधरा नरसंहार का बदला था’ ?