(और इनकी सुनिए…) ‘मुस्लिमों को सडकों पर उतरना होगा !’ – मौलाना साजिद रशिदी
वक्फ बोर्ड के अधिकारों पर प्रतिबंध लाने के विधेयक (बिल) पर मौलाना साजिद रशिदी की आलोचना
(मौलाना अर्थात इस्लाम का अध्ययनकर्ता)
नई देहली – ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशिदी ने वक्फ बोर्ड सुधार विधेयक पर वक्तव्य देते हुए चुनौती दी है, ‘किसानों ने आंदोलन किया तथा उसमें वे हुतात्मा (शहीद) हुए । इस कारण केंद्र सरकार ने ३ कृषि कानून वापस लिए । ठीक उसी प्रकार अब मुस्लिमों को सडकों पर उतरकर अपने हकों के लिए संवैधानिक संघर्ष करना पडेगा ।’
मौलाना राशिदी ने आगे कहा,
१. वक्फ को समझ लेना महत्त्वपूर्ण है । वह हमारी भालाई के लिए है तथा सरकार ने संवैधानिक दृष्टि से हमें वक्फ का अधिकार दिया है । वर्तमान में मुसलमान चुप बैठे हैं । हमारी अनेक संपत्ति वर्तमान में राज्य सरकार की मालिकी की हैं । केंद्र सरकार को भय है कि यदि मुस्लिम लोग अपने हक की मांग करने लगें, तो मुस्लिम लोग सावधान हो जाएंगे ।
२. मोदी सरकार स्थापन हुई, तब से वह केवल मुस्लिमों को लक्ष्य करने हेतु विधेयक (बिल) ला रही है । महंगाई एवं रोजगारी के विषयों में कोई चर्चा नहीं होती । जिन हिन्दुओं ने भाजपा को मतदान किया है, उनको भी विचार करना चाहिए । यह सरकार हमारा क्या करेगी ? देश में पुनः विभाजन होगा, ऐसा वातावरण भाजपा देश में निर्माण कर रही है । (हिन्दुओं, धर्मांधों की धमकी ध्यान में रखें ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकावक्फ बोर्ड का कानून ऐसा है, ‘मेरा तो मेरा ही, परंतु तेरा भी मेरा है ।’ उसका मुसलमान संगठन समर्थन कर रहे हैं । अब समय आ गया है कि ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाकर उनके नेताओं को कारागृह में बंद करें ! |