Jamaat E Islami Ban : जमात-ए-इस्लामी संगठन पर बांग्लादेश में प्रतिबंध

आरक्षण पर की गई थी हिंसा !

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग सरकार ने चरमपंथी संगठन ‘जमात-ए-इस्लामी’ पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। जमात के साथ-साथ उसके छात्र संगठन ‘छात्र शिविर’ पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। जमात-ए-इस्लामी एवं छात्र शिबिर पर बांग्लादेश में हालिया आरक्षण मुद्दे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। हिंसा में 200 से अधिक लोगों को मृत्य हुई थे।

सत्तारूढ़ अवामी लीग के महासचिव ओबेदुल कादर ने कहा, ”जमात ने आतंकवादी आक्रमण किए तथा सामान्य नागरिकों का वध किया । जिसके चलते सरकार इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने को तत्पर हो गई। विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनल पार्टी और जमात देश में अराजकता फैलाने के षड्यंत्र रच रहे हैं। हमारी 14 पार्टियों की गठबंधन सरकार ने राष्ट्रवाद की रक्षा होने हेतू राष्ट्रविरोधी शक्तियों को समाप्त करने के लिए जमात एवं छात्र शिबिर पर प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया है।’

जमात-ए-इस्लामी का देश विरोधी इतिहास

इससे पहले जमात-ए-इस्लामी पर बांग्लादेश के चुनाव में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन का जमात-ए-इस्लामी के नेतृत्व ने विरोध किया था। इस संगठन ने साल 1971 में पाकिस्तानी सेना का समर्थन किया था। अक्टूबर 2018 में, बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद जमात-ए-इस्लामी को अपंजीकृत कर दिया।

संपादकीय भूमिका 

बांग्लादेश में जिहादी संगठनों पर तुरंत प्रतिबंध लगा दिया गया है; किंतु भारत में इसके लिए लोगों को अनेक वर्षों तक मांग करनी पड़ती है !