Parliament Monsoon Session : दुबारा आपातकाल सदस्य स्थिति कोई थोप न सके, ऐसा संकल्प करें ! – प्रधानमंत्री मोदी

संसद के मानसून सत्र का प्रारंभ !

प्रधानमंत्री मोदी

नई देहली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने संसद के मानसून सत्र के प्रथम दिन आवाहन करते हुए कहा, ‘भारत के लोकतंत्र पर २५ जून को काला दाग लग गया था, उसे ५० वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । भारत की नई पीढी यह बात कभी भी नहीं भूल सकती, कि भारत का संविधान तब पूर्णतः अस्वीकार किया गया था । देश को कारागृह बना दिया गया था । लोकतंत्र को दबाया गया था । ५० वर्षों पूर्व किया गया यह कृत्य पुनः कभी कोई करने का दुःसाहस न करे, ऐसा संकल्प देश के नागरिक करेंगे । हम जीवित लोकतंत्र का संकल्प करेंगे ।’ यह अधिवेशन ४ जुलाई तक चलेगा । तदुपरांत वह स्थगित होकर पुनः २२ जुलाई से आरंभ होगा । यह अधिवेशन का दूसरा सत्र होगा । उसमें देश का पूर्ण अर्थसंकल्प (बजट) प्रस्तुत किया जाएगा । उससे पूर्व नए सांसदों के शपथविधि, राष्ट्रपति का अभिभाषण एवं उस पर प्रधानमंत्री का उत्तर, साथ ही सांसदों के भाषण होंगे ।

प्रधानमंत्री मोदीजी ने आगे कहा, ‘देश की जनता को अपेक्षित है कि विपक्ष दल उचित कदम बढाएं । अब तक बहुत निराशा ही मिली है; परंतु अपेक्षित है कि इस १८ वीं लोकसभा में विपक्ष दल देश के सामान्य नागरिकों की भूमिकाओं का उचित सम्मान करें ।’