‘विश्व हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ से हिन्दुत्ववादियों में होगा नए उत्साह का संचार ! – रणजीत सावरकर, कार्यकारी अध्यक्ष, वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक, मुंबई

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का उद्घाटन सत्र

रणजीत सावरकर

रामनाथ देवस्थान – भारत में हाल ही में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में सरकार बनी है । इस सरकार को अपेक्षित संख्या में सांसद नहीं मिले, इससे हिन्दुत्वनिष्ठों में कुछ निराशा उत्पन्न हुई है; परंतु अब जो ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ हो रहा है, उससे यह निराशा दूर होगी और देश के सभी हिन्दुत्वनिष्ठों में एक नए उत्साह का संचार होगा । ऐसा प्रतिपादन वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक, मुंबई के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सावरकर ने ‘विश्व हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के उद्घाटन सत्र में किया । वे ‘हिन्दुओं द्वारा किए जा रहे प्रयत्नों को हिन्दुओं से ही प्रोत्साहन मिलना चाहिए’ विषय पर बोल रहे थे । हमें हिन्दू राष्ट्र ऐसे ही नहीं मिल जाएगा, अपितु संघर्ष से ही मिलेगा । इसके लिए हमें अध्ययन और हिन्दू संगठन की आवश्यकता है । महाभारत में 12 वर्ष के वनवास के उपरांत पांडवों ने शमी वृक्ष से अपने हथियार निकाले थे । जो एक महोत्सव था । उसी प्रकार अब भी हिन्दुओं को अपने हथियार निकालकर, हिन्दू विरोधी षडयंत्र को नष्ट करना है । ये हथियार पारंपरिक नहीं हैं, अपितु वैचारिक स्वरूप के हैं । इसमें आर्थिक हथियार सबसे महत्वपूर्ण है ।  इसी को ध्यान में रखते हुए मुसलमानों द्वारा हलाल सर्टिफिकेट के माध्यम से बनाई गई समानांतर अर्थव्यवस्था को टक्कर देने के लिए हिन्दुत्ववादी संगठनों के पहल करने पर तीर्थक्षेत्र श्रीत्र्यंबकेश्वर से हिन्दू दुकानदारों को ‘ओम शुद्ध प्रमाणपत्र’ देना आरंभ हुआ है । ओम शुद्ध प्रमाणपत्र केवल हिन्दू दुकानदारों को ही दिया जाएगा । तीर्थक्षेत्रों में बडी संख्या में प्रसाद की दुकानें मुसलमान दुकानदारों द्वारा चलाई जाती हैं । यह नहीं कहा जा सकता कि उनकी दुकानों पर बिकनेवाला प्रसाद शुद्ध और पवित्र होगा । इसलिए भगवान को शुद्ध और पवित्र प्रसाद अर्पित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है ।