Golden Temple Yoga : स्वर्ण मंदिर के परिसर में योगासन करनेवाली हिन्दू महिला के विरुद्ध पुलिस में परिवाद

महिला ने क्षमा मांगी

स्वर्ण मंदिर के परिसर में योगासन करनेवाली अर्चना मकवाना

अमृतसर (पंजाब) – स्वर्ण मंदिर के परिसर में योगासन करनेवाली एवं उसके छायाचित्र सामाजिक माध्‍यमों से प्रसारित करनेवाली अर्चना मकवाना नामक महिला के विरुद्ध शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने याचिका प्रविष्‍ट की है । इसमें मकवाना पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है । इस प्रकरण में मकवाना ने क्षमा मांगी है तथा कहा है, ‘किसी की भी धार्मिक भावनाएं आहत करने का मेरा हेतु नहीं था ।’ २१ जून को अर्थात अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिन के अवसर पर उन्होंने स्वर्ण मंदिर में जाकर परिक्रमा मार्ग पर योगासन किए थे । इस प्रकरण में समिति ने ३ कर्मचारियों को निलंबित किया था ।

समिति के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, ‘मकवाना पर कार्यवाही करने हेतु पुलिस आयुक्‍त से परिवाद भेजा गया है । कुछ लोग इस पवित्र स्‍थान की पवित्रता एवं ऐतिहासिक महत्त्व जानबूझकर अनदेखा कर आपत्तिजनक कृत्य करते हैं । इस कृत्य के कारण सिक्खों की भावनाएं एवं सम्मान आहत हुए हैं । इस कारण पुलिस से परिवाद किया गया है ।’

मकवाना ने क्षमा मांगते हुए कहा, ‘गुरुद्वारा साहिब परिसर में योगाभ्‍यास करना, कुछ लोगों के लिए आपत्तिजनक हो सकता है, यह बात मुझे ज्ञात नहीं थी । किसी को आहत करने का मेरा हेतु न था । मैं मनःपूर्वक क्षमा मांगती हूं एवं भविष्‍य में अधिक सावधानी रखने का मैं वचन देती हूं । कृपा करके मेरी क्षमा का स्‍वीकार करें ।’

संपादकीय भूमिका

‘इसके विरोध में खालिस्‍तानी मानसिकता तो नहीं ?’, इसका भी विचार करने की आवश्‍यकता है !