Immediate Ban On Film ‘Maharaj’ : ‘नेटफ्लिक्स’ पर प्रसारित ‘महाराज’ फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए !

  • पुणे में आंदोलन के माध्यम से हिन्दू जनजागृति समिति ने की मांग

  • ‘महाराज’ फिल्म में संतों को गुंडे दिखाकर उनका अनादर करने का प्रकरण

पुणे, १२ जून (संवाददाता) – भारत साधु-संतों की भूमि है । संतों ने संपूर्ण विश्व में जाकर भारतीय संस्कृति, धर्म, ज्ञान, कला, सभ्यता, सदाचार; साथ ही समाज को भगवद्भक्ति सिखाकर समाज को आदर्श जीवन जीने हेतु प्रोत्साहित किया है । ऐसा होते हुए अभिनेता आमीर खान का लडका जुनैद खान द्वारा अभिनित, साथ ही ‘यशराज फिल्म्स’के द्वारा निर्मित फिल्म ओटीटी प्लैटफॉर्म ‘नेटफ्लिक्स’ (इन जैसे एप्स पर फिल्म अथवा अन्य कार्यक्रम देखने की सुविधा होती हैे) पर प्रसारित होनेवाली फिल्म में साधु-संतों को तथा गुंडे दिखाकर उन्हें बदनाम किया गया है; इसलिए इस फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए, इस मांग को लेकर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १२ जून को पुणे के कोथरूड स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के पास आंदोलन किया गया ।

मान्यवरों को संबोधित करती हुई हिन्दू जनजागृति समिति की कु. क्रांति पेठकर

इस आंदोलन में ७० से अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले आदि मान्यवर उपस्थित थे । यह फिल्म १४ जून को प्रदर्शित होनेवाली है ।

इस फिल्म में साधु-संत दुराचारी तथा वासनांध होते हैं, ऐसा दिखाकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का प्रयास किया गया है । इसके कारण यदि कानून-व्यवस्था संकट में पड गई, तो उसके लिए संपूर्णतः जुनैद खान, यशराज फिल्मस् तथा नेटफ्लिक्स उत्तरदायी होंगे । अतः सरकार इस फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाए, साथ ही देवता, धर्म, संत आदि का अनादर रोकने हेतु संपूर्ण देश में ‘ईशनिंदा कानून’ लागू किया जाए, यह मांग भी की गई ।

क्या है प्रकरण ?

‘महाराज’, इस फिल्म में १५० वर्ष पूर्व अंग्रेजों के कार्यकाल में हुई एक घटना को आधार बनाकर आज पुनः साधु-संतों तथा वल्लभ संप्रदाय के विषय में अनुचित चित्रण प्रस्तुत किया जा रहा है । इस फिल्म के माध्यम से संपूर्ण देश में साधु-संतों तथा वल्लभ संप्रदाय को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है । इस फिल्म के पोस्टर में एक हिन्दू धार्मिक नेता की व्यक्तिरेखा नकारात्मक पद्धति से दिखाई जा रही है ।

संपादकीय भूमिका 

  • इस हिन्दूबहुल देश में हिन्दुओं को ऐसी मांग करनी पडना क्षोभजनक !
  • हिन्दू संतों का अनादर करनेवाले हिन्दूद्वेषी मदरसों में मौलवियों के द्वारा होनेवाले बच्चों के यौन शोषण के विषय में अथवा चर्च द्वारा संचालित छात्रावासों में ईसाई धर्मगुरुओं के द्वारा किए जानेवाले युवतियों तथा महिलाओं के यौन शोषण के विषय पर क्या कभी फिल्म बनाएंगे ?
  • हिन्दू अतिसहिष्णु होने के कारण हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हों, ऐसी ही फिल्में बनाई जा रही है । हिन्दुओं को संगठित होकर इसका विरोध करना आवश्यक !